बिहार डेस्क (THN Network)
BINOD KARN
BEGUSARAI: बिहार से उड़ान भरने वाले एयरलाइंस के लिए खुशखबरी है। उन्हें हवाई ईंधन एयर टर्बाइन फ्यूल (ATF) भरवाने के लिए अब बड़े महानगरों के एयरपोर्ट पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं है। उन्हें हवाई ईंधन यानी ATF यहीं बिहार के एयरपोर्ट्स पर मिल जाएंगे। ऐसा संभव हो पाया है बरौनी रिफाइनरी की उस उपलब्धि की वजह से जिसके लिए इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) लंबे समय से प्रयासरत था। जी हां, बरौनी रिफाइनरी ने हवाई जहाज के ईंधन एयर टर्बाइन फ्यूल (ATF) का उत्पादन शुरू कर दिया है। बरौनी रिफाइनरी से उत्पादित ATF अब पटना, दरभंगा, गया और नेपाल के हवाई अड्डों को ईंधन की आपूर्ति करेगा।
बरौनी रिफाइनरी की इस उपलब्धि के मौके पर शुक्रवार को IOC के चेयरमैन एस एम वैद्य ने ATF (जेट A-1) फ्यूल के पहले बैच के डिस्पैच का ऑनलाइन शुभारंभ किया। मौके पर IOC के डॉ.एस एस वी रामकुमार निदेशक (आर एंड डी); रंजन कुमार महापात्र, निदेशक (मानव संसाधन); वी सतीश कुमार, निदेशक (विपणन) सुश्री शुक्ला मिस्त्री, निदेशक (रिफाइनरीज) और विभिन्न स्थानों से शामिल इंडियन ऑयल के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। IOC बरौनी के कार्यपालक निदेशक एवं रिफाइनरी प्रमुख आर के झा ने टीम बरौनी रिफाइनरी, बरौनी मार्केटिंग टर्मिनल, बरौनी कानपुर पाइपलाइन, BTMU और IOOA की उपस्थिति में बरौनी रिफ़ाइनरी के ATF टैंक 241 के वाल्व को खोलकर बरौनी रिफाइनरी से पाइपलाइन के माध्यम से ATF को बरौनी मार्केटिंग टर्मिनल डिस्पैच किया। ATF का उत्पादन बरौनी रिफाइनरी के नए इंडजेट यूनिट से किया गया। यह यूनिट स्वदेशी तकनीक ind jer® पर आधारित है, जिसका अनुसंधान इंडियन ऑयल, आरएंडडी सेंटर और मेसर्स ईआईएल ने gg मिलकर किया है। यह तकनीक कम तापमान और निम्न दबाव हाइड्रो उपचार प्रक्रिया है जो चुनिंदा रूप से केरो फीड स्ट्रीम से मर्केप्टन को हटाती है। इस्तेमाल किया जाने वाला उत्प्रेरक इंडियन ऑयल, आरएंडडी द्वारा विकसित मालिकाना उत्प्रेरक है। एटीएफ के अलावा, इंडजेट यूनिट को पाइपलाइन कम्पेटिबल केरोसिन (PCK) के उत्पादन के लिए भी डिजाइन किया गया है, जिसमें सल्फर <8ppmw की आवश्यकता होती है इंडजेट यूनिट को जून 2022 में कमीशन किया गया था। उसके पश्चात एटीएफ का सर्टिफिकेशन सितंबर 2022 में मिला। डिफेंस ग्रेड के एटीएफ की आपूर्ति करने के लिए सीईएमआईएलएसी (सैन्य उड़ान योग्यता और प्रमाणन केंद्र) और डीजी एक्यूए (वैमानिकी गुणवत्ता आश्वासन महा निदेशालय) की वैधानिक स्वीकृति अक्टूबर 2022 और नवंबर 2022 में प्राप्त हुई।
इस अवसर पर टीम बरौनी रिफाइनरी की सराहना करते हुए, श्री वैद्य ने कहा, "यह एक ऐतिहासिक अवसर है। मुझे खुशी है कि इंडियन ऑयल की बरौनी रिफाइनरी बिहार के साथ-साथ नेपाल के हवाई ईंधन की जरूरत को पूरा करेंगी । इंडजेट यूनिट इंडियनऑयल द्वारा विकसित स्वदेशी तकनीक पर आधारित है जो मेक इन इंडिया पहल के साथ प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक सार्थक कदम है। इंडियनऑयल देश के हरित भविष्य के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। हम अपने विभिन्न हरित उत्पादों के माध्यम से राष्ट्र की ईंधन जरूरतों को निरंतर पूरा करने में समर्पित है। उन्होंने कहा कि आइए हम इंडियनऑयल के पूरे इको सिस्टम को पूरी दक्षता के साथ एकाग्र करें। हमारे लिए पहले इंडियन, फिर ऑयल है।"