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महागठबंधन नेताओं ने कहा वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ "संविधान और संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए सड़क पर उतरे लोग"
रैली से बेगूसराय में ट्रैफिक व्यवस्था ध्वस्त
BINOD KARN
BEGUSARAI : संसद से पारित वक्फ संशोधन कानून के विरोध में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड एवं इमारत-ए-शरिया के आह्वान 3 मई 25 को ऐतिहासिक रैली निकाली गई। रैली में इतनी बड़ी संख्या में लोग जुट गए कि बेगूसराय शहर में यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई। सुबह 9:00 बजे से ही हर-हर महादेव चौक पर तिरंगा झंडा और मांग संबंधित तख्ती बैनर के साथ लोगों का भीड़ लगना शुरू हुआ। 10:00 बजे से 11:30 बजे तक हर हर महादेव चौक पर सभा का आयोजन हुआ। इसका छोड़ हर-हर महादेव चौंक तो दूसरा जीडी कॉलेज से आगे तक पूरा सड़क भरा रहा। हर-हर महादेव चौक से पश्चिम भी लंबा छोर देखकर लगा कि जनसैलाब उमड़ पड़ा हो। रैली जीडी कॉलेज, टेढीनाथ मंदिर, नगर पालिका चौक, नवाब चौक, कैंटीन चौक के रास्ते कचहरी रोड होते हुए ट्रैफिक चौक पर पहुंचा। जहां से लोग अपने घरों की ओर चल दिए।
पहलगाम के शहीदों को श्रद्धांजलि देने को एक मिनट का मौन
इससे पूर्व हरहर महादेव चौक पर सभा आयोजित की गई जिसकी अध्यक्षता इमारत- ए- शरिया बेगूसराय के कन्वेनर मौलाना जर्जिस अकरम ने किया। कार्यक्रम की शुरुआत में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के विरोध और शहीदों को श्रद्धांजलि देने को लेकर लोगों ने 1 मिनट का मौन धारण किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मौलाना जर्जिस अकरम, मुफ्ती खालिद, मुफ्ती मोहम्मद शब्बीर अनवर, को- कन्वेनर असद मुर्तजा और ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड इमारत-ए-शरिया से जुड़े आलिम- उलेमाओं ने कहा कि वक्फ संशोधन कानून के बहाने सरकार हमारे अधिकारों को छीनना चाह रही है। संविधान ने इस देश के सभी मजहबों को अधिकार दिया है, उस अधिकार को छीनना हमें मंजूर नहीं है। वक्फ संशोधन कानून वापस लेने तक हम लोग संघर्ष करेंगे।
महागठबंधन के नेताओं ने वक्फ कानून वापस लेने व आतंकवादी गतिविधि के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की
कार्यक्रम का समर्थन करते हुए पूर्व विधायक व सीपीआई के जिला मंत्री अवधेश कुमार राय, कांग्रेस जिलाध्यक्ष अभय कुमार सिंह सार्जन, राजद जिलाध्यक्ष मोहित यादव, सीपीएम नेता राजेंद्र प्रसाद सिंह, माले नेता चंद्रदेव वर्मा ने संबोधित करते हुए कहा कि यह विशाल रैली इस देश के संविधान और संवैधानिक अधिकार को बचाने की रैली है। नेताओं ने कहा कि सरकार इस देश के संविधान को खत्म करना चाहती है और संविधान को मानने वाले लोग ही महारैली में शामिल हुए हैं। यह रैली पहलगाम में हुए आतंकी हमले के विरोध में भी है, जिस तरह से पहलगाम में निर्दोष लोगों की हत्या आतंकवादियों के द्वारा की गई, उसी तरह सरकार को बिना देर किए आतंकवादियों को जवाब देने की जरूरत है। इस रैली का समर्थन करते हुए हम तमाम दल के लोग सरकार से यह मांग करते हैं कि वक्फ कानून वापस ले और आतंकवादी गतिविधि के खिलाफ कठोर कार्रवाई करें।
पाकिस्तानी आंतकी मुर्दाबाद के भी लगे नारे
सभा के बाद हर-हर महादेव चौक से बड़ी रैली निकाली। रैली में शामिल लोग वक्फ संशोधन कानून वापस लो, संविधान पर हमला बंद करो, हमारे संविधानिक अधिकार पर हमला बंद करो, सरकारी तंत्र का दुरुपयोग बंद करो, आतंकवाद पर अंकुश लगाओ, आतंकवाद मुर्दाबाद, पाकिस्तानी आतंकी मुर्दाबाद इत्यादि गगनभेदी नारे लग रहे थे। लोग इन नारों से संबंधित पोस्टर- बैनर भी लगाए हुए थे।
रैली में प्रमुख रूप से शामिल रहे
रैली में मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य अब्दुल अजीम हैदरी, बेगूसराय बामसेफ नेता मोहम्मद शाकिर, राजद नेता व पूर्व MLC डॉ. तनवीर हसन, साहेबपुर कमाल के विधायक सतानंद सम्बुद उर्फ ललन यादव, AIYF के राज्य अध्यक्ष शंभू देवा, नूर आलम खान, वार्ड पार्षद शगुफ्ता ताजवर, तंजीम ए इंसाफ नूर आलम खान, कांग्रेस नेता कमर अंसारी, AISF के राष्ट्रीय सचिव अमीन हमजा, जिलाध्यक्ष अमरेश कुमार, ताइक्वांडो के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी कैसर रेहान, कांग्रेस अल्पसंख्यक नेता हारून रशीद खान, राजद नेता मकबूल आलम, CPM नेता मो. खालिद शामिल रहे। अंत में 10 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने DM तुषार सिंगला को स्मार-पत्र देकर अपने मांगों से अवगत कराया। कार्यक्रम को CPI, Congress, RJD, माले, AISF, AIYF, भीम सेना ने समर्थन दिया था।