बिहार दिवस: गौरवशाली इतिहास को याद करने की नहीं दुहराने की जरूरत: सर्वेश कुमार
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बिहार दिवस: गौरवशाली इतिहास को याद करने की नहीं दुहराने की जरूरत: सर्वेश कुमार


THN Network

गंगा ग्लोबल एमबीए काॅलेज में बिहार दिवस व होली मिलन समारोह आयोजित

BINOD KARN 
BEGUSARAI : गंगा ग्लोबल ज्ञान परिसर स्थित एमबीए काॅलेज में शुक्रवार को बिहार दिवस पर विविध कार्यक्रम का आयोजन किया गया। साथ ही होली मिलन समारोह भी आयोजित की गई। जिसका लुत्फ छात्र-छात्राओं‌ ने उठाया।
इस मौके पर एमएलसी सह काॅलेज के निदेशक सर्वेश कुमार ने कहा कि आज का दिन हम सभी के लिए सम्मान का है। बिहार ने देश को बहुत कुछ दिया है। भारत का पहला साम्राज्य व गणराज्य बिहार ने दिया है। लेकिन आज बिहार की स्थिति हम सभी के लिए चुनौती का समय है। हम आर्थिक व शैक्षणिक गैर-बराबरी के दौर से गुजर रहे हैं। यहां MBA काॅलेज खोलने का मकसद शैक्षणिक व आर्थिक गैर - बराबरी दूर करने का था।‌ सभ्य समाज में जीने के लिए संपत्ति अर्जित करने का हक सभी को है। 

बिहार पर नजर डालते हैं तो सरकार की कई योजनाओं का हम लाभ नहीं उठा पाते हैं। केंद्र सरकार युवाओं को रोजगार देने के लिए पूंजी व सब्सिडी दोनों दे रही है लेकिन शिक्षित युवा इसका लाभ लेने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं जो चिंता का विषय है। पीएम नरेंद्र मोदी ने इसी वर्ष 22 जनवरी को प्रत्येक घर में सौर ऊर्जा देने के 75 प्रतिशत तक की सब्सिडी देने की घोषणा की। लेकिन इसका लाभ भी लोग नहीं उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार बदलेगा तो देश बदलेगा। इसके लिए युवाओं को आगे आने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि बिहार दिवस की सार्थकता तभी सिद्ध होगी जब बिहार को स्मृद्धि बनाने के लिए योजनाबद्ध तरीके से हम काम करें। होली की शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा कि यह पर्व भेदभाव को मिटाने के लिए है। होली का पर्व शांति व सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाएं।
प्रिंसिपल डॉ. सुधा झा ने कहा कि बिहार दिवस पर हम अपने गौरवशाली इतिहास को याद तो करते हैं। लेकिन आगे की योजना पर काम नहीं करते।
हम ऐसा कुछ अच्छा करें कि गर्व से कहें कि हम बिहारी हैं। उन्होंने होली की शुभकामनाएं दीं। 
एमबीए फर्स्ट ईयर के छात्र आशीष कुमार ने भगवान श्रीकृष्ण से जुड़े गीत पेश कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उप प्राचार्य अभिजीत कुमार ने कहा कि 2010 से बिहार दिवस मनाया जाने लगा है। वाल्मीकि रामायण, आर्यभट्ट, नालंदा विश्वविद्यालय, वैशाली का गणराज्य बिहार ने दिया। हमारी मिट्टी उपजाऊ है। बीच के काल खंड में हम शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़ गए थे। अपने अतीत को दुहराने की जरूरत है। 
गंगा ग्लोबल बीएड कॉलेज के प्राचार्य डॉ. नीरज कुमार ने कहा कि बौद्ध, जैन धर्म का उदय, सिखों के गुरु गोविंद सिंह जी व देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद व राष्ट्र कवि रामधारी सिंह दिनकर का जन्म बिहार में हुआ। हमें उनकी जीवनी से प्रेरणा लेकर बिहार को आगे बढ़ाने की जरूरत है।
कार्यक्रम को शिक्षक श्वेता सिंह व राजीव कुमार ने भी संबोधित किया।

मौके पर देश के विभिन्न राज्यों के परिधानों (फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता) के माध्यम से संस्कृति दिखाई गई, जिसमें बंगाल, हिमाचल, तमिलनाडु, राजस्थान, पंजाबी, कर्नाटक, गुजरात, मराठी, उ.प्र. शामिल है। साथ ही जल संचय पर नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति सराहनीय रही।
फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता में मोहित-अनिशा, मनीष -सपना, नाजमी-अमरजीत, रजनीश - मदिरा, करिश्मा - रिक्की, मनीकंठ-रिया, प्रगति - अमरदीप, रिया-अभिनव, शुभांगिनी-अवनीश एवं सपना-अमन ने अपने परिधानों के माध्यम से रैम्प पर अपना छाप छोड़ा।
कार्यक्रम का संयोजन विवेक कुमार ने किया। जबकि सह संयोजक की भूमिका अनुभा व सवाहत अंजुम ने निभाई। कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रो. रिशभ कुमार सिंह की भूमिका सराहनीय रही।

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