देहदान के लिए याद किए जाते रहेंगे अवधेश लाल : एमएलसी सर्वेश कुमार
BINOD KARN
BEGUSARAI : साइंस फार सोशियो इकोनामिक डेवलपमेंट व्दारा बुधवार को जिला के वरिष्ठ कवयित्री मुकुल लाल द्वारा रचित काव्य संग्रह युगदूत का विमोचन डुमरी नाला रोड स्थित उनके आवास पर किया गया। मौके पर एमएलसी सर्वेश कुमार ने कहा कि युवाओं के लिए अवधेश लाल आदर्श हैं। आज के लोगों को उनसे सीखने की जरूरत है कि कैसे सादा जीवन जिया जाय। उन्होंने कहा जिंदगी के बाद भी उनका पार्थिव शरीर समाज के लिए कैसे काम आए, उनसे सीखने की जरूरत है क्योंकि उन्होंने मरणोपरांत अपने शरीर को दान कर दिया था जो बड़ी बात है। इसके लिए वे सदैव याद किए जाते रहेंगे।
महापौर पिंकी देवी ने कहा कि अवधेश लाल समाज के लिए आदर्श है, समाज को इनसे सीख लेने की जरूरत हैं। विमोचन सह परिचर्चा की अध्यक्षता करते हुए डॉ. भगवान प्रसाद सिन्हा ने कहा कि आज के युग में निरंजन जैसा पुत्र मिलना भाग्य नहीं सौभाग्य की बात हैं। मुकुल लाल को विशेष बधाई जो लगातर कलम को उभारने का काम कर रही हैं। मौके पर कवयित्री मुकुल लाल ने बताया कि ये पुस्तक उनके पति दिवगंत अवधेश लाल को समर्पित है। हमेशा से वकालत उनके लिए बाद में था लेकिन साहित्य से प्रेम था। मरणोपरांत देहदान करने की उनकी इच्छा को पूरा किया। भारद्वाज गुरुकुल के निर्देशक शिव प्रकाश भारद्वाज ने कहा कि किताब से दूर होने का नतीजा है कि आज क्लास 4-5 के बच्चे अभद्र होते जा रहे है क्योंकि वो पुस्तक से काफी दूर हो चुके हैं। लोग तनाव में रह रहे है, ऐसे लोग पुस्तक को अपना साथी बनाएं। समाजसेवी दिलीप सिन्हा ने कहा कि शरीर दान जैसे साहसिक निर्णय पूरे परिवार के साथ लेना, ये अच्छी पहल हैं। प्रलेस के सचिव कुंदन कुमारी ने कहा कि देहदान के बाद मेरी श्रद्धा इस परिवार के प्रति और बढ़ गयी। साहित्य से मुकुल लाल को इतना प्रेम था कि किताब नहीं प्रकाशित होता था तो वो रात भर बैचैन रहती थी। जीडी कॉलेज के उर्दू विभागाध्यक्ष डॉ. सहर अफ़रोज़ ने कहा कि साहित्य इंसान को इंसान बनाती है, जीने की राह बताती हैं। चतुरंग के प्रकाशक प्रदीप बिहारी ने कहा कि हमलोग अनावश्यक खर्च करते है। जरूरत इस बात की है कि उसे सही दिशा में खर्च करें। हम सभी लोग पुस्तक की एक-एक प्रति जरूर खरीदें। ताकि लेखक का मनोबल बढ़ें। मौके पर वार्ड 21 की पार्षद पूजा कुमारी ने नयी किताब के लिए मुकुल लाल को बधाई देते हुए कहा कि लोगों को साहित्य से जुड़ कर रहना चाहिए।
इस अवसर पर जयमंगला वाहिनी में मीडिया प्रमुख सुमित कुमार ने अपील करते हुए कहा कि आज युग भले डिजिटल हो रहा है लेकिन इस युग मे साहित्य से लोगों का मोह भंग होता जा रहा है, ऐसे में जरूरत है साहित्य से लोगों को जोड़ें।
संबोधित करने वालों में शामिल
मंच संचालन कुंदन कुमार एवं पुष्कर प्रसाद सिंह ने संयुक्त रूप से किया। स्वागत भाषण साइंस फार सोशियो इकोनामिक डेवलपमेंट के सचिव निरंजन कुमार सिन्हा एवं धन्यवाद ज्ञापन रंजू ज्योति ने किया। मौके पर पूर्व मेयर आलोक कुमार अग्रवाल, कवि प्रफुल्ल मिश्रा, कमल वत्स, अनिल पतंग, ललन लालित्य, जयमंगला वाहिनी परिवार के मीडिया प्रमुख सुमित कुमार, जिलाध्यक्ष सौरभ कश्यप, सोनू वत्स, वैभव सम्राट, सोनू कुमार, अभिजीत रंजन, महेश वत्स, सुनील सहित अन्य लोग मौजूद थे।
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