जिसका जूठन श्रीराम ने खाया, उस सबरी माता को पूजने पहुंचे सांसद प्रो. राकेश सिन्हा
Ad Place!

जिसका जूठन श्रीराम ने खाया, उस सबरी माता को पूजने पहुंचे सांसद प्रो. राकेश सिन्हा

THN Network


श्रीरामोत्सव पर दिखा हिन्दू जागरण का स्वस्फूर्त नजारा, भक्ति भाव से सराबोर रहा वातावरण 

BINOD KARN

BEGUSARAI : अयोध्या श्रीधाम में भगवान श्रीराम लला प्राण प्रतिष्ठापन यज्ञ के दिन 22 जनवरी को पूरे देश में धार्मिक अनुष्ठान व दीपोत्सव का आयोजन किया गया। कहीं शोभा यात्रा निकाली गई तो कहीं गंगा आरती की गई। मंदिर से लेकर घरों तक में दीप जलें। विश्व हिन्दू परिषद का झंडा जगह-जगह लहराता रहा। उत्सव के ऐसे माहौल को भूतो न भविष्यते कहने में गूरेज नहीं है। क्योंकि यह स्वस्फूर्त था। वैसे कहने वाले लोग कहते हैं कि यह अयोध्या से आए अक्षत का प्रभाव है, जो दिखा। 




इधर, विभिन्न आयोजनों में सांसद, विधायक, एमएलसी व अन्य जनप्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया गया। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने रायल गार्डेनिया लाखो में उस समय आरती उतारी जब अयोध्या में आरती हो रही थी। यहां आयोजक दिनेश टिबरेवाल ने बड़े स्क्रीन पर अयोध्या के कार्यक्रम को लाइव देखने की व्यवस्था की थी। जहां बड़ी संख्या में दर्शक जुटे थे। यहां आरती में शामिल होने वालों में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, पूर्व विधान पार्षद रजनीश कुमार, आर्यभट्ट के निदेशक प्रो. अशोक कुमार सिंह अमर, भाजपा जिला उपाध्यक्ष विकास कुमार सिंह, दिनेश टिबरेवाल प्रमुख रूप से शामिल रहे।


 केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह विभिन्न आयोजनों में भाग लेने के बाद गंगा समग्र व्दारा सिमरिया धाम में आयोजित एक लाख दीप प्रज्ज्वलित व गंगा आरती में भाग लेने पहुंचे। लेकिन राज्यसभा सांसद प्रो. राकेश कुमार सिन्हा बखरी में आयोजित शोभा यात्रा व कुसमहौत के सबरी माता मंदिर में आयोजित दीपोत्सव भाग लेने पहुंचे। हालांकि वे गंगा समग्र व्दारा सिमरिया धाम में आयोजित एक लाख दीप प्रज्ज्वलन व गंगा आरती में शामिल नहीं हुए। राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह व राज्यसभा सांसद प्रो. राकेश कुमार सिन्हा लंबे अर्से से मंच साझा नहीं कर रहे हैं, इस कारण वे सिमरिया नहीं पहुंचे। इस बाबत पूछे जाने पर प्रो. राकेश सिन्हा ने कहा है कि गंगा मइया पूजनीय है। वहां कई मौकों पर गया हूं। सिमरिया नहीं जा पाने का कोई राजनीतिक कारण नहीं बल्कि उन्होंने ऐसे माता के स्थान को दीप प्रज्ज्वलित करने के लिए चुना, जिसके जूठन बैर को भगवान श्रीराम ने श्रध्दा के साथ खाया था। भगवान श्रीराम के प्रति उनके मन में कई कारणों से श्रध्दा व आस्था है। लेकिन सबरी माता का सम्मान देना उनके दिल को छूने वाली है। क्योंकि भगवान श्रीराम ने इसके माध्यम से समरसता का बड़ा संदेश दिया था। इसी वजह से उन्होंने कुसमहौत सबरीमाता मंदिर को प्राथमिकता दी। अगर अलग-अलग समय में सिमरिया व कुसमहौत में आयोजन होता तो वे दोनों ही जगह जाते।


इधर, सिमरिया धाम में एक लाख दीप प्रज्ज्वलित करने व गंगा आरती के सफल आयोजन ने गंगा समग्र के उत्तर बिहार प्रांत संयोजक सह एमएलसी सर्वेश कुमार की कद को संगठन व समाज में बढ़ा दिया है। गंगा समग्र के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमरेन्द्र कुमार सिंह उर्फ लल्लू बाबू ने मंच से कार्यक्रम की सफलता का श्रेय सर्वेश कुमार को दी। इतना ही नहीं मिथिला की नगरी से 300 टीन देशी घी अयोध्या श्रीधाम भेजने को लेकर सर्वेश कुमार के अनुज व गंगा डेयरी के निदेशक अखिलेश कुमार की मुक्त कंठ से प्रशंसा सिमरिया के मंच से की। 



 गंगा समग्र के राष्ट्रीय मंत्री रामशंकर प्रसाद सिन्हा ने कहा कि सिमरिया धाम में एक लाख दीप प्रज्ज्वलित करने व गंगा आरती के भव्य व सफल आयोजन से अविरल गंगा-निर्मल गंगा के संकल्प अभियान में तेजी आएगी। उन्होंने लोगों से गंगा किनारे साफ-सफाई बनाने रखने का अनुरोध किया। जो भी हो श्रीरामोत्सव ने हिन्दू जागरण के एक अमिट अध्याय को लिख दिया है, इससे इंकार नहीं किया जा सकता है।
गंगा समग्र के कार्यक्रम में सबसे बड़ी बात यह रही कि कि पहली बार मल्लिक समाज के लोगों ने मोक्ष धाम में 5000 से अधिक दीप प्रज्ज्वलित कर श्मशान घाट को जगमग कर दिया। मसलन समाज के अंतिम पायदान पर खड़े लोगों को श्रीरामोत्सव में जोड़ने में गंगा समग्र कामयाब रही।

Post a Comment

Previous Post Next Post
Your Advertisement can come here!