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- श्रीनिवास रामानुजन का जीवन नवाचार के उत्प्रेरक के रूप में स्वीकार्य : डाॅ. नीरज
BEGUSARAI:
गंगा ग्लोबल इंस्टीट्यूट ऑफ़ टीचर एजुकेशन ने गणित के जादूगर और देश के महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन की जयंती को राष्ट्रीय गणित दिवस के रूप में मनाया। भारत सरकार ने वर्ष 2012 से ही इस महान गणितज्ञ की जयंती को राष्ट्रीय गणित दिवस के तौर पर मनाने का फैसला किया था।
समारोह के आरंभ में महाविद्यालय के प्राचार्य, प्राध्यापक गण एवं प्रशिक्षुओं ने उनकी तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित किया। प्रशिक्षुओं ने गणित से संबंधित समूह गीत, कविता, गजल के साथ उनके जीवन संघर्ष को सुनाया। जिसे स्वीटी कुमारी, लिपि कुमारी, अभिलाषा रानी, राखी कुमारी, भारती कुमारी, पूजा कुमारी, मौसम कुमारी, अक्षय कुमार, निपुन कुमार तथा पूजा कुमारी ने प्रस्तुत किया।
उद्घाटन भाषण करते हुए प्राचार्य डाॅ. नीरज कुमार ने कहा कि श्रीनिवास रामानुजन ने 12 साल की उम्र में त्रिकोणमिति में महारथ हासिल कर ली थी। उन्होंने अपने जुनून और रूचि के दम पर दुनियाभर में नाम कमाया। ये हमें नवाचार के उत्प्रेरक के रूप में गणित की भूमिका को स्वीकार करने का अवसर प्रदान करता है। गणित की प्राध्यापिका डाॅ. अनिथा एस. ने श्रीनिवास रामानुजन के व्यक्तित्व के साथ गणित में उनके किये गये योगदान को याद करते हुए कहा कि गणित के ज्ञान का आधार निश्चित होता है। जिससे उसपर विश्वास किया जा सकता है। प्रो. बिनोद कुमार एवं डाॅ. अविनाश कुमार ने श्रीनिवास रामानुजन के गणितीय यात्रा का वर्णन प्रशिक्षुओं को सुनाया और कहा कि मानव जीवन के विकास के लिए गणित के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। प्रो. परवेज़ यूसुफ़ ने कहा कि विद्यालय एवं महाविद्यालयों में श्रीनिवास रामा