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BEGUSARAI: जिले के अनुमंडल मुख्यालय बलिया में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान साम्प्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने के प्रयास को जिला प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई कर शांत कर दिया था लेकिन लोगों को गले मिलाने में अहम भूमिका भाजपा नेता व राज्यसभा सांसद प्रो राकेश कुमार सिन्हा ने निभाई है। वैसे यह कहना कठिन है कि घाव पूरी तरह भर गया है। अगर भर भी गया है तो निशान को मिटने में समय लगेगा। इसके लिए सतत् प्रयास की जरूरत से इंकार नहीं किया जा सकता है।
बलिया में घटना के चौथे दिन राज्यसभा के सांसद प्रो. राकेश कुमार सिन्हा शनिवार को बलिया थाना क्षेत्र के मिरशिकार टोला पहुंचकर समाज के दोनों समुदायों के लोगों से भेंट मुलाकात की है। इस दौरान उन्होंने कहा कि जो हुआ उसकी वे निंदा करते हैं । भविष्य में ऐसी घटना ना हो और आपस में इतना मेल मोहब्बत पैदा करें कि जब भी कोई पर्व त्योहार दोनों समुदाय का हो तो दोनों समुदाय के लोग एक- दूसरे पर पत्थर बरसाने की जगह फूल बरसाए। उन्होंने कहा कि अगली बार के पर्व से माहौल इतना शानदार होना चाहिए कि अगर कोई एक दूसरे का झंडा लगाने के बाद जगह खाली रह जाए तो दूसरे समुदाय के लोग बोले यहां भी लगा दो ताकि आपस में मेल मोहब्बत पैदा हो। उन्होंने कहा कि बलिया जिस तरह से बदनाम हुआ है उसे धोने के लिए ऐसा काम करें कि बिहार नहीं पूरे देश में बलिया का नाम रोशन हो। गौरतलब हो कि सांसद प्रो राकेश सिन्हा का पैतृक घर भी बलिया अनुमंडल में ही है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कभी समाज को तोड़ने वाले शब्दों का प्रयोग नहीं करते हैं। वे समाज को हमेशा जोड़कर एकसाथ लेकर चलते हैं। उन्होंने कहा कि प्राथमिक की दर्ज वैसे लोगों पर होनी चाहिए जो दोषी हैं। अगर एक भी निर्दोष को फंसाया गया तो इस देश के एक अरब 14 करोड़ लोगों पर मुकदमा जैसा होगा। उन्होंने कहा कि पता चला है कि दुर्गा पूजा समिति के सदस्यों को भी फंसाया गया है। उन्होंने कहा कि आगे जो पर्व आएगा हम उस पर यहां मौजूद रहेंगे। शांति व्यवस्था के साथ प्रेम की गंगा बहाते रहेंगे। वोट की नहीं समाज को आगे बढ़ाने की राजनीति होनी चाहिए। समाज जब आगे बढ़ेगा तो सभी चीजों का विकास होगा। वोट पीछे की चीज है। मैं वोट को महत्व नहीं देता हूं। प्रोफेसर राकेश सिन्हा मीरशिकार टोला में उपद्रवियों के द्वारा जलाए गए दुकान एवं तोड़े गए दुकानों को जाकर खुद से देखा। कर्पूरी चौक मंदिर पर जाकर प्रार्थना की। बाद में उन्होंने कहा कि शांति क्षेत्र में बनी रहे आपस में मोहब्बत बनी रहे इसके लिए प्रार्थना की। प्रो. सिन्हा बलिया हिंसा में घायल बलिया थाना के चौकीदार दीपक पासवान से भी उसके घर पर जाकर मुलाकात की। बेहतर इलाज के लिए उन्होंने डॉक्टर से संपर्क कर बेगूसराय एवं पटना में करने व अपने खर्चे पर इलाज करने का घोषणा की। प्रो. सिन्हा अमित रस्तोगी के घर भी गए और उनके परिवार से मुलाकात की। वहीं इस क्रम में कई और घायल एवं चोटिल हुए लोगों से भी उनके घर जाकर मुलाकात की। बलिया बाजार स्थित फाटक पर व्यवसायी संघ के साथ बैठक कर सभी दुकानें को खोलने एवं आम दिनों की तरह आपस में मिलकर रहने की अपील की। इसके बाद वे बेगूसराय लौट कर एसपी योगेन्द्र कुमार से भेंट कर कहा कि निर्दोष लोगों को एफआईआर में शामिल नहीं किया जाना चाहिए। दोषी के खिलाफ कार्रवाई कीजिए लेकिन निर्दोष के बेवजह फंसा परेशान मत कीजिए।
बताते चलें कि इससे पूर्व खातोपुर व रजौड़ा में भी साम्प्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने की कोशिश की गई थी। उस समय भी सांसद प्रो राकेश सिन्हा वहां गए और सद्भाव बनाने का प्रयास किया था।
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