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BEGUSARAI: एनएसडी, वाराणसी के नव नियुक्त निदेशक प्रवीण गुंजन ने कहा है कि रंगमंच की बड़ी खासियत यह है कि इससे जुड़े कलाकारों को वह इंसान बनाता है। वे रविवार को विकास विद्यालय डूमरी में रिवाइवल बेगूसराय व विकास विद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में दिनकर जयंती पखवाड़ा पर आयोजित 15 दिवसीय प्रशिक्षण के शुभारंभ के अवसर पर समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस प्रशिक्षण में विकास विद्यालय के स्कूली बच्चे नाट्य कला सीखेंगे। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
श्री गुंजन ने बच्चों से कहा कि कभी भी छोटा सपना नहीं देखना चाहिए। जब भी सपना देखिए बड़ा हो। सपने को साकार करने के लिए संसाधन की कमी को लेकर मन छोटा मत कीजिए। उन्होंने कहा कि आज जहां हम खड़े हैं उसके लिए उनके पास भी संसाधन नहीं थे। लेकिन कुछ हासिल करने का जज्बा जरूर था। उन्होंने कहा कि प्रतिभा को निखारने के लिए जज्बा होना चाहिए। सपना को साकार करने के लिए दिन-रात मेहनत करनी पड़ती है। अपने आप को जलना पड़ता है। तपस्या करनी होती है। लगना पड़ता है।
नाट्य निर्देशक चिंटू कुमार ने कहा कि आपके मन में सवाल उठ रहा होगा कि नाटक का कार्यशाला क्यों ? उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि नाटक एक्सप्रेशन की कला। हर परिस्थितियों को अपने में ढालने की कला है नाटक। संपूर्ण विधा को ढालने की कला है। यह आपको अनुशासित बनाएगा। इसलिए बच्चों को नाटक के इस प्रशिक्षण में जरूर भाग लेना चाहिए।
प्रसिद्ध रंगकर्मी व अधिवक्ता दीपक सिन्हा ने कहा कि नाटक के माध्यम से कलाकारों में बहुयामी प्रतिभा का निखार होता है। रंगमंच के साथ साहित्य कैसे गढ़ा जाय। भाषा की शुद्धि व एक्सप्रेशन की कला सीखने का अवसर इसके माध्यम से मिलता है। आप किसी चाहे इंटरव्यू में जाय। आपको भय नहीं होगा। क्योंकि संप्रेषण की
कला नाटक के कलाकार सीख चुके होते हैं। समाजसेवी विश्वरंजन सिंह उर्फ राजू भैया ने कहा कि नाटक में कलाकार के रूप में भूमिका अदा नहीं करने की कसक आज भी उनके दिल में है। उन्होंने कहा कि विकास विद्यालय व रिवाइवल बेगूसराय ने बच्चों को बड़ा अवसर प्रदान किया है। इसे जाया मत होने दीजिए। नाट्य विधा सीखने के अवसर का लाभ छात्र-छात्राओं को उठाना चाहिए। अतिथियों का स्वागत करते हुए विकास विद्यालय के निदेशक राजकिशोर सिंह ने कहा कि विकास विद्यालय किताबी ज्ञान तक बच्चों को सीमित नहीं रखना चाहती है बल्कि बहुयामी व्यक्तित्व का स्वामी बनाने का हरसंभव प्रयास करती है। इसी कड़ी में नाट्य प्रशिक्षण का आयोजन किया जा रहा है।
रिवाइवल बेगूसराय के निदेशक कुमार अभिजीत मुन्ना ने कहा कि यह दूसरा मौका है जब उन्हें बच्चों के बीच नाटक का कार्यशाला आयोजित करने का मौका मिला है। इस बार दिनकर जयंती पखवाड़ा पर आयोजित इस कार्यशाला में दिनकर की थीम पर आधारित कुछ सीखने व सिखाने का प्रयास करेंगे। इस अवसर पर रंगकर्मी चंदन वत्स, फिल्म कलाकार अमिय कश्यप सहित कई गणमान्य उपस्थित थे।
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