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PATNA: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में जमीन कारोबारी आशुतोष शाही की हत्याकांड के मुख्य अभियुक्त को पुलिस ने तमिलनाडु से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस उसे ट्रांजिट रिमांड पर बिहार ला रही है।
जानकरी के अनुसार, मुख्य आरोपी प्रद्यूमन शर्मा उर्फ मंटू शर्मा और सहयोगी गोविंद कुमार को बिहार एसटीएफ की विशेष टीम ने गिरफ्तार किया है।
एसटीएफ ने तमिलनाडु के रामेश्वरम में छापेमारी कर दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए विभिन्न जिलों में एसटीएफ की छापेमारी जारी है।
बताया जा रहा है कि दोनों अपराधियों को ट्रांजिट रिमांड पर बिहार लाया जा रहा है। एसटीएफ के अनुसार, प्रद्युमन शर्मा उर्फ मंटू शर्मा के विरुद्ध पटना और मुजफ्फरपुर जिले के विभिन्न थानों में हत्या एवं रंगदारी के 15 कांड दर्ज हैं।
वह सारण के परसा थाना अंतर्गत बहलोलपुर का मूल निवासी है। वहीं, गोविंद कुमार शर्मा मुजफ्फरपुर के मनियारी का रहने वाला है। उसके विरुद्ध भी मजफ्फरपुर जिले में हत्या और रंगदारी के पांच मामले दर्ज हैं।
CID को सौंपी थी आशुतोष शाही हत्याकांड की जांच
जमीन कारोबारी आशुतोष शाही व दो बॉडीगार्डों की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी से दो दिन पहले सोमवार 31 जुलाई को प्रकरण की जांच सीआईडी को दी गई थी।
वरीय पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार ने सोमवार को अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में इसकी जानकारी दी थी। उन्होंने कहा था कि मामले की जांच की जिम्मेदारी अपराध अनुसंधान विभाग (सीआईडी) को दी गई है।
बता दें कि अब तक मामले की जांच जिला पुलिस कर रही थी। नगर थानाध्यक्ष श्रीराम सिंह इस मामले के विवेचक थे। हालांकि बताया गया था कि अब सीआईडी के जांच अधिकारी इस मामले के नए विवेचक होंगे।
Ashutosh Shahi हत्याकांड के दसवें दिन तीसरे बाडीगार्ड ने तोड़ा दम
मुजफ्फरपुर में आशुतोष शाही के हत्याकांड में बदमाशों की गोली से घायल जमीन कारोबारी के एक और बाडीगार्ड की वारदात के दसवें दिन मंगलवार 1 अगस्त को मौत हो गई थी।
इसी के साथ मरने वालों की संख्या चार हो गई। बाडीगार्ड के शव का पोस्टमार्टम कराकर स्वजन को सौंप दिया गया है। मृतक ओंकारनाथ सिंह मूल रूप से सारण के निवासी थे। वह आशुतोष के निजी अंगरक्षक थे।
यह है पूरा मामला : चार बदमाशों ने पांच लोगों को मारी थी गोली
मुजफ्फरपुर में बीती 21 जुलाई को आशुतोष शाही की बॉडीगार्ड समेत हत्या कर दी गई थी। शाही के एक अन्य बॉडीगार्ड की बाद में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। अपराधियों ने घर में घुसकर गोलियां मारी थीं।
वारदात के वक्त शाही अपने वकील के अपने अधिवक्ता डॉलर के घर पर किसी मामले पर विमर्श कर रहे थे। इसी दौरान आरोपियों ने उन्हें गोलियों से छलनी कर दिया था।
हमले में दोनों बॉडीगार्ड को भी गोली लगी थी। कुल पांच लोगों को गोलियां मारी गई थी। चार लोगों ने घटना को अंजाम दिया था। आशुतोष शाही जमीन के कारोबार से जुड़े थे।