अच्छे आचरण वाले शिक्षक ही बन सकते हैं समाज के रोल मॉडल : सर्वेश कुमार
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अच्छे आचरण वाले शिक्षक ही बन सकते हैं समाज के रोल मॉडल : सर्वेश कुमार

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*कंफर्ट जोन से बाहर निकलने वाले ही पा सकते हैं
मुकाम*

*बेहतर करने के लिए बच्चों में डालना होगा अभ्यास की प्रवृत्ति*

BINOD KARN

BEGUSARAI: गंगा ग्लोबल बीएड काॅलेज रमजानपुर बेगूसराय के निदेशक व एमएलसी सर्वेश कुमार ने गंगा ग्लोबल बीएड काॅलेज के सभागार में गुरुवार को आयोजित ओरिऐंटशन एंड इंडक्शन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि 
शिक्षक समाज के रोल मॉडल होते हैं। अच्छे आचरण वाले शिक्षक ही बन सकते हैं समाज के रोल मॉडल।
उन्होंने काॅलेज नामांकन लेने वाले प्रशिक्षुओं से कहा कि आपके आचरण से बच्चे बहुत कुछ सीखते हैं। शिक्षकों का बड़ा दायित्व होता है बच्चों में सीखने की प्रवृत्ति डालना। अभ्यास से प्रवृत्ति जगती है और अभ्यास से कुछ भी हासिल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि शिक्षण से बेहतर कोई प्रोफेशन नहीं है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग कंफर्ट जोन से बाहर नहीं निकलना चाहते हैं। उन्हें समझने की जरूरत है कि कंफर्ट जोन यथास्थिति बनाए रखती है। कुछ हासिल करना हो तो कंफर्ट जोन से बाहर निकलना होगा। उन्होंने कहा कि आप कैसा बनना चाहते हैं ये आप पर निर्भर करता है। उन्होंने कहा कि पढ़ने के साथ सांस्कृतिक समझ रखने की जरूरत है। इसके बगैर जीवन में सफलता नहीं मिल सकती। उन्होंने कहा 
2013 में यह काॅलेज खुला, अबतक 1000 प्रशिक्षुओं ने पास किया। इसमें 70 फीसदी ने नौकरी पायी है।
इस अवसर पर गंगा ग्लोबल एमबीए कालेज के प्राचार्य डॉ. सुधा झा ने कहा कि ओरिऐंटशन प्रोग्राम, अरमान पूरा होने की शुरुआत का दिन है।
हरेक व्यक्ति एक विशेष गुण रखता है। यही गुण शिक्षकों को ढूंढ़ना होता है। उन्होंने कहा कि शिक्षक देश का भविष्य निर्माण करने वाले होते हैं। यहां के शिक्षकों को औरों से अधिक डेडीकेशन से सीखने और सिखाने का काम करना चाहिए। 
वहीं गंगा ग्लोबल स्कूल के प्राचार्य अनिल कुमार सिंह ने कहा कि शिक्षक ही समाज की धूरी है। शिक्षक ही महामानव बनाते हैं। समाज को शिक्षकों से काफी उम्मीदें होती है। बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए हमें काम करना चाहिए। एक आदर्श स्थापित करने की जरूरत है। हमें नियोजित तरीके से काम करने की जरूरत है। हमें टाइम फ्रेम व टार्गेटेड तरीके से काम करने की जरूरत है। शिक्षक अगर बच्चे से जुड़ेंगे तभी बच्चे ज्ञान से जुड़ेंगे।
इस मौके पर बीएड काॅलेज के प्राचार्य नीरज कुमार ने आगंतुक छात्रों को कर्तव्य व दायित्व बोध से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि एक- दूसरे को सहयोग करें। उन्होंने बताया कि तीन साल से यह काॅलेज लगातार यूनिवर्सिटी टॉपर। इतना ही नहीं यूनिवर्सिटी के टाप टेन में भी यहां के बच्चों की संख्या अधिक होती है।

इससे पूर्व निदेशक सह एमएलसी सर्वेश कुमार, एमबीए काॅलेज के प्राचार्य डाॅ. सुधा झा, बीएड काॅलेज के डाॅ. नीरज कुमार व गंगा ग्लोबल स्कूल के प्राचार्य अनिल कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया। वहीं संगीत शिक्षिका सुशीला कुमारी के निर्देशन में स्वागत गीत, मोटिवेशनल गीत, संगीत के साथ कजरी लोकगीत की प्रस्तुति की गई, जिसमें कंचन ठाकुर, शिवानी, अमीषा कुमारी, नेहा कुमारी, स्मिता कुमारी, प्रतिभा कुमारी ने भाग लिया, वहीं बाँसुरी वादन किया प्रशिक्षु मृणाल कुमार ने किया। मंच संचालन 
डाॅ. सुधाकर पांडेय व प्रो. परवेज यूसुफ ने किया।
इस मौके पर प्रो. अंजली, प्रो. बिनोद कुमार, प्रो. विपिन कुमार, डाॅ. कामायनी कुमारी, प्रो. अमर कुमार, प्रो. पिंटू कुमार, डाॅ. गुडडू कुमार, डाॅ. अविनाश कुमार, प्रो. दरखसां नियाज़ के साथ कार्यालयकर्मी आलोक कुमार, प्रकाश कुमार सिन्हा, मनीष कुमार आदि के अलावा सत्र 2022-24 तथा 2023-25 के प्रशिक्षु उपस्थित थे।

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