THN Network
BAKHRI : शिक्षा के बिना सामाजिक बदलाव संभव नहीं है। शिक्षा ही दिमाग के ज्ञान की बत्ती को खोलेगा। तभी अंधविश्वास खत्म होगा। ये बातें मकरसंक्रांति की पूर्व संध्या पर समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष दिलीप केसरी के आवास पर आयोजित कार्यक्रम में वक्ताओं ने कही।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सोनमा पंचायत के पूर्व मुखिया शिवनारायण राम ने कहा कि ज्ञान की बत्ती जलाकर ही समाज में भेदभाव खत्म किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि समाज में दलित, पिछड़ी जातियों और महिलाओं को बराबरी का अधिकार दिलाने के लिए सावित्री बाई फुले और ज्योति बाई फुले ने शिक्षा के माध्यम से जो अलख जगाई उसे और आगे बढ़ाने की जरूरत है। जन पहल के संयोजक विकास वर्मा ने कहा कि शिक्षा सामाजिक बदलाव का सबसे बड़ा माध्यम है।
सपा जिलाध्यक्ष दिलीप केसरी ने कहा कि अंधविश्वास को दुर करके ही प्रगतिशील समाज की स्थापना की जा सकती है। श्री केसरी ने कहा कि किसी भी बात को अनुभव अवलोकन ओर तर्क की कसोटी पर उतारकर ही अंधविश्वास को दुर किया जा सकता है। इसके लिए सबसे ज्यादा जरूरत शिक्षा की है। इस मौके पर स्वर्गीय सियाराम महतो के द्वारा अंधविश्वास से दुर भगाने के लिए कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को जागरूक किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सुखदेव मलिक ने की।मौके पर पूर्व लक्ष्मण बोध,प्रवीण साह, संध्या केसरी, अधिवक्ता गौरव कुमार, डा. बी एल राय, रामदयाल केशरी, डा. अशोक प्रसाद,मांगन सदा, राम लाल राय, मो. गालीब खान, विपिन राम, जैनुल मियां, मो रहमत, वृज मोहन लाल त्यागी, मो. कौशर, सुरेश ठाकुर, मो. मोमताज, नंदलाल यादव, प्रभु यादव, राम शोभित राय, कुमार निशांत वर्मा, सहदेव अलवेला, अफजल अंसारी समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।