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BEGUSARAI: 15 जनवरी को बरौनी रिफाइनरी की स्थापना की 58वीं वर्षगांठ मनाई गई। इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक एवं रिफ़ाइनरी प्रमुख आर के झा ने रिफाइनरी के अधिकारियों और कर्मचारियों को रिफाइनरी के सतत विकास के लिए सत्यनिष्ठा, आपसी सद्भाव, परस्पर सम्मान करते हुए औद्योगिक शांति बनाए रखने की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में रिफाइनरी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाने के लिए उत्पादकता में बढ़ोत्तरी के साथ-साथ गुणवत्ता और पर्यावरण प्रबंधन प्रणाली को और मजबूत करने तथा पानी, ऊर्जा और पेट्रोलियम उत्पादों की अधिकतम बचत करना है। साथ ही रिफाइनरी के लाभांश वृद्धि के लिए कार्य करने के लिए अह्वान किया। इसके साथ ही कॉर्पोरेशन के हरित संकल्प 2046 तक नेट ज़ीरो की प्रतिबद्धता की दिशा में समर्पित हो कर कार्य करने हेतु अभिप्रेरित किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में रिफाइनरी के अधिकारी एवं कर्मचारियों ने बरौनी रिफाइनरी के निर्माण और उसकी प्रगति में योगदान देने वाले पथप्रदर्शकों को याद करते हुए स्थापना स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित करके उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किया। इसके पश्चात, बरौनी रिफ़ाइनरी टाउनशिप में डॉ भीमराव अंबेडकर, बिहार केसरी श्रीकृष्ण सिंह और सुरज भवन में सूरज बाबू की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर उन सभी को श्रद्धासुमन अर्पित किया गया।
बरौनी रिफ़ाइनरी के कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व के तहत बेगूसराय के दिव्यांगजनों के जीवन को बेहतर एवं सुचारू बनाने के उद्देश्य से ‘भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम” (ALIMCO) के सहयोग से सहायक उपकरणों का वितरण टाउनशिप स्थित जुबली हॉल में किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन आर के झा, कार्यपालक निदेशक एवं रिफ़ाइनरी प्रमुख ने ए के तिवारी, मुख्य महाप्रबंधक (परियोजना), तरुण कुमार बिसई, मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन), जी आर के मूर्ति, मुख्य महाप्रबंधक (परियोजना), डॉ प्रशांत राऊत, मुख्य महाप्रबंधक (सामाग्री एवं संविदा), एस जी वेंकटेश, मुख्य महाप्रबंधक (तकनीकी सेवा एवं एचएसई), बीटीएमयू के कार्यकारी अध्यक्ष, ए के सिंह, अतिरिक्त महासचिव, संजीव कुमार, ऑफिसर्स एसोसिएशन के सचिव, विनोद कुमार, सीईसी, पीयूष कुमार राय, उप महाप्रबंधक (सीएसआर) एलिम्को की उपस्थिति में किया। श्री झा, ने अपने संबोधन में वर्ष 2023 में बरौनी रिफाइनरी द्वारा किए जाने वाले कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व के तहत व्यापक स्तर के लक्ष्यों को साझा किया । उन्होंने बताया कि एलिम्को की सहायता से बरौनी रिफाइनरी बेगूसराय जिले के हरेक दिव्यांग के जीवन को बेहतर बनाने के लिए सहायक उपकरण प्रदान कर रही है जिससे इस जिले का कोई भी नागरिक अक्षम ना रहे। उन्होंने कहा कि मूल रूप से हमारा उद्देश्य है कि मनुष्य होने के नाते हम मानव धर्म निभाएं और अपने साथ-साथ दूसरों को भी आगे बढ़ाएं।
गौरतलब है कि दिव्यांगजनों के लिए ऐसी योजना पूरे इंडियनऑयल में सबसे पहली बार वर्ष 2018 में बरौनी रिफाइनरी ने लागू किया था। इस वर्ष बरौनी रिफाइनरी ने ज़िला प्रशासन, बेगूसराय एवं एलिम्को की सहायता से बेगूसराय के दिव्यांगजनों के परिक्षण के लिए 2 शिविरों का आयोजन किया। 14 जनवरी 2023 को साहेबपुर कमाल और 15 जनवरी 2023 को बरौनी रिफ़ाइनरी टाउनशिप में कुल 427 दिव्यांगजनों को 887 विभिन्न तरह के उपकरणें का वितरण किया गया। जिसमें 288 तीपहिया साईकिल, 26 व्हीलचेयर, 21 कृत्रिम अंग, 06 सेंसर वाली वॉकिंग छड़ी, 40 डिजीटल सुनने वाली मशीन, 318 बैसाखी इत्यादी शामिल थें। लाभार्थियों में 343 पुरूष एवं 84 महिलाऐं/ बच्चे शामिल थें । इस पूरी योजना पर बरौनी रिफाइनरी ने 62.5 लाख रूपये खर्च किए। हरे कृषण राय, 42 वर्षीय पुरूष ने, जो 70 प्रतिशत विकलांग हैं और पैरों से चलने में अक्षम है, श्री झा द्वारा कृत्रिम पैर एवं तीपहिया साईकल प्रदान किए जाने पर हर्षोल्लास से कहा कि बरौनी रिफाइनरी द्वारा प्रदान किए गए उपकरण से अब मैं नए हौसले और सम्मान के साथ अपना जीवन व्यतीत कर सकूँगा। सुश्री पुजा कुमारी, 24 वर्षीय महिला को कृत्रिम अंग एवं तीपहिया साईकल मिलने पर भावुक होते हुए रिफाइनरी का आभार प्रकट किया और कहा कि इससे आगे उनको जीवन मे काफी सहूलियत मिलेगी और नए उत्साह के साथ दैनिक कार्यों को कर सकेंगीं । हर्ष और भावनाओं के इस माहौल में बरौनी रिफाइनरी की ओर से श्री नीरज कुमार, वरिष्ठ प्रबन्धक (ईएमएस एवं सीएसआर) ने जिला प्रशासन एवं एलिम्को का धन्यवाद किया जिनके बिना इस योजना को इस मुकाम तक पहुँचाना कठिन था। एलिम्को की स्थापना 1972 में हुई थी और वित्त वर्ष 2022-23 में उन्होने 45 लाख लाभ्यर्थियों को सहायक उपकरण प्रदान किए हैं।
बरौनी रिफाइनरी का निर्माण सोवियत यूनियन के सहयोग से 49.40 करोड़ रूपये की लागत से 1964 में 1 मिलीयन मेट्रिक टन प्रति वर्ष (MMTPA) की क्षमता के साथ की गई थी। 15 जनवरी 1965 में तत्कालीन पेट्रोलियम मंत्री डॉ. हुमायूँ कबीर के द्वारा इसे राष्ट्र को समर्पित किया गया था। आधुनिकीकरण और क्षमता विस्तार परियोजनाओं के जरिए इसकी वर्तमान तेल शोधन क्षमता 6 एमएमटीपीए है । रिफाइनरी का विस्तारीकरण 6 एमएमटीपीए से 9 एमएमटीपीए करने का कार्य प्रगति पर है। इसके साथ ही, यूनिटों के आधुनिकीकरण के द्वारा हरित ईंधन के उत्पादन से पूर्वी भारत एवं नेपाल के ईंधन जरूरतों को पूरा करने के लिए बरौनी रिफाइनरी प्रतिबद्ध है। पर्यावरण संरक्षण के लिए आरओ प्लांट एवं सोलर पार्क की स्थापना से ताज़ा पानी की खपत एवं कार्बनडायक्साईड के उत्सर्जन को कम किया जा रहा है । तकनीकी विकास से हवाई जहाज में उपयोग होने वाले ईंधन के उत्पादन के लिए इंडजेट यूनिट को वर्ष 2022 में कमीशन किया गया