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BAKHRI/ BEGUSARAI : आरोपियों पर कार्रवाई के बजाए बखरी पुलिस अब पीड़िता को ही धमकाने, केस में फंसाने और जेल भेजने की धमकी दे रही है। ना सिर्फ 31 घंटे में तीन बार पीड़ित विधवा महिला को पुलिस ने धमकाया बल्कि सोमवार रात को 11 बजे भी पीड़िता को धमकाने पुलिस कर्मी विधवा महिला के घर में घुस गई। मामला बखरी थाना के मक्खाचक वार्ड-20 का है।
शिकायतकर्ता हेल्थ वर्कर पीड़ित विधवा महिला जुलेखा खातून का कहना है कि पड़ोसी मो. तिजामुल अंसारी लंबे समय से परेशान कर रहा है। आए दिन वह उसके साथ गाली-गलौज और मारपीट करता है। 15 जनवरी को भी उसने उसके साथ मारपीट, छेड़छाड़ और गाली-गलौज किया। उसने पुलिस को लिखित शिकायत दी, मगर आरोप है कि उल्टा बखरी पुलिस ही उसे 15 जनवरी को शाम में धमकाने और शिकायत वापस लेने उसके घर पहुंच गई। उसके बाद 16 जनवरी को जब वह थाना गई तो थाने के मुंशी ने उसे धमकाकर थाने से भगा दिया। उसके बाद रात को 11 बजे फिर बखरी पुलिस एएसआई शंकर मंडल के नेतृत्व में दल-बल के साथ पीड़िता के घर पहुंचकर उसे और घर की महिलाओं को फर्जी मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने की धमकी दी।
पीड़िता का कहना है कि छह महीने पहले 31 मई 2022 को मो. तिजामुल अंसारी ने उसके साथ मारपीट और छेड़छाड़ की थी। इस संबंध में महिला ने बखरी थाना में आवेदन दिया। मगर कार्रवाई करने के बजाए पुलिस ने महिला को पंचायत करवाने को कहा। पंचायत में महिला पर दबाव बनाकर पंचों ने शिकायत वापस लेकर मामले को रफा-दफा करवा दिया था। साथ ही मो. तिजामुल को पीड़िता के घर से पाइप हटाने के लिए छह महीने का समय दिया था, जिसकी मियाद खत्म हो चुकी है। मगर आरोपी ने पाईप वगैरह अभी तक नहीं हटाया। इस बाद की शिकायत जब पीड़िता ने पंचों से की तो पंच ने मामले से पल्ला झाड़ लिया है।
पीड़िता का कहना है कि बखरी पुलिस मो. तिजामुल के मेल में आ गई है और उसे अब जान-माल का खतरा है। उसका कहना है कि मो. तिजामुल एक दबंग और अपराधी प्रवृति का शख्स है और पूर्व में हत्या के केस में जेल जा चुका है।