बिहार डेस्क (THN Network)
Top Hindi News
BAKHRI/ BEGUSARAI : श्री वैष्णवी दुर्गा मंदिर, मक्खाचक कार्यकारिणी समिति की बैठक में पुलिस के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया गया। समिति ने 14 नवंबर को मंदिर परिसर में मुर्गा व शराब पार्टी आयोजित करने वालों का पर्दाफाश करने वालों के खिलाफ राजनीतिक दबाव में बखरी पुलिस द्वारा 22 नवंबर को झूठा मुकदमा दर्ज करने की कड़े शब्दों में निंदा की। कार्यकारिणी समिति की रविवार को राजीव नंदन की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई।
मंदिर कार्यकारिणी के सदस्यों ने एक स्वर में पुलिस कार्रवाई को असली गुनहगारों को बचाने की कोशिश करार देते हुए 22 नवंबर को दर्ज झूठा मुकदमा 366/22 को रद्द करने की मांग पुलिस के वरीय पदाधिकारियों से की है। बैठक में उपस्थित सदस्यों ने कहा कि पुलिस ने वैष्णवी दुर्गा मंदिर में मुर्गा और शराब पार्टी करने वालों के साथ सांठगांठ कर मंदिर को नष्ट-भ्रष्ट करने वालों का साथ दे रही है जो कि पूरी तरह से अस्वीकार्य है। सदस्यों ने कहा कि इस घटना से आम लोगों का बखरी पुलिस से इकबाल खत्म हो गया है और पूरे मामले की जांच बाहर के किसी उच्च स्तरीय पदाधिकारी से कराने की मांग की है ताकि दूध का दूध पानी का पानी हो जाए। मंदिर कार्यकारिणी सदस्यों ने कहा कि जब मंदिर कार्यालय की चाभी तत्कालीन सचिव अशोक राय के पास था तो चाभी मुर्गा-शराब पार्टी करने वालों तक कैसे पहुंच गई? मुर्गा बनाते व शराब पीते हुए जब लोगों ने रंगे हाथों आरोपियों को पकड़ लिया और घटना को कैमरे में रिकॉर्ड कर लिया गया है तो फिर कथित साजिशकर्ताओं कहां से आ गए? पुलिस ने शराब की बोतल, मुर्गे का मीट, बर्तन, चूल्हा आदि सभी सामग्री जब मंदिर के कमरे से सभी लोगों के बीच जब्त किया है तो फिर किसके दबाव में आकर घटना के आठ दिनों बाद फर्जी मुकदमा कायम कर निर्दोष लोगों को जिन्होंने पूरे मामले का पर्दाफाश किया और पुलिस को सूचना दी, उन्हें ही राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया है?
मंदिर कार्यकारिणी समिति की बैठक में कोषाध्यक्ष श्याम सुंदर केसरी, पूर्व मुखिया सुरेंद्र राय, राजू कुशवाहा, रंजीत साहू, विमल सिंह, संतोष साहू, विकास वर्मा, राजू सिंह, राम शोभित राय, दीनबंधु कुशवाहा, कार्तिक राय आदि उपस्थित थे।