बिहार डेस्क (THN Network)
BAKHRI/ BEGUSARAI : इन दिनों यहां लोगों के बीच यह चर्चा आम है कि बखरी थाना के दलाल बखरी के MLA पर भारी पड़ रहे हैं। यूं तो चौक-चौराहों पर लोग ऐसे अनेक मामले गिनाते-सुनाते हुए मिल जाते हैं जिसमें थाने के दलालों ने कैसे विधायक जी की एक नहीं चलने दी और जो-जैसा चाहा वैसा करवा लेने के मामले होते हैं।
इधर, इस चर्चा को और बल तब मिला जब नगर क्षेत्र में 498A, दहेज उत्पीड़न व मारपीट के एक बहुचर्चित मामले में गिरफ्तार आरोपी चांद बाबू को दलालों के मिलीभगत से थाने के हाजत से 28 घंटे बाद छोड़ दिया गया। लोगों के बीच चर्चा गरम है कि इस मामले में भी बखरी थानाध्यक्ष ने MLA की एक नहीं सुनी और दलालों के आगे नतमस्तक हो गए। इतना ही नहीं जिस दहेज उत्पीड़न केस में अभियुक्त को आमतौर पर हाईकोर्ट से भी बेल नहीं मिलता है उस मामले में बखरी थानाध्यक्ष ने आरोपी को धारा-41 का लाभ देकर थाने से ही छोड़ दिया। बताया जाता है कि इस मामले में पीड़िता की शिकायत पर विधायक सूर्यकान्त पासवान ने बखरी थाना के SHO से पीड़िता के ज़ख्मों व उसके साथ हुई बर्बरता की शिकायत पर उचित कानूनी कार्रवाई करने को कहा था। मगर सूत्र बताते हैं कि बखरी थाना पर दलालों ने थाना पर घंटों बैठकर इस पूरे मामले को मैनेज किया है, जिसका CCTV फुटेज थाना के रिकार्ड में दर्ज है।
जानकार बताते हैं कि दलालों ने पहले पीड़िता पर समझौता करने का पूरा दबाव बनाया और जब पीड़िता समझौते के लिए तैयार नहीं हुई तो दलालों ने आरोपी पति को 28 घंटे बाद ही थाने के हाजत से छुड़वा लिया है। इस कारण लोगों में आक्रोश व्याप्त है और लोगों का कहना है कि बखरी पुलिस महिलाओं के खिलाफ अत्याचार जैसे जघन्य मामलों में भी दलालों से मैनेज है और बखरी के विधायक की भी नहीं सुनते हैं। अगर यही स्थिति रही तो जनता सड़क पर उतरकर पुलिस के खिलाफ आंदोलन करने को बाध्य होगी।