BINOD KARN (THN Network)
BEGUSARAI: केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि महागठबंधन की सरकार बनने के बाद बिहार में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति चिंताजनक हो गई है। वे बरौनी रिफाइनरी के गेस्टहाऊस में सोमवार को पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मैं बिहार में एनडीए की सरकार रहने के बाद भी कहता था और आज भी कहता हूं की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से ना शराब रुक रहा है और ना ही लॉ एंड ऑर्डर ठीक हो रही है। शराब तो सरेआम बिक रही है। बिहार की जनता अपने को असुरक्षित महसूस कर रही है। उन्होंने कहा कि बेगूसराय जिले का तो हाल यह है की हर दिन कोई ना कोई घटना घटती रहती है।
उन्होंने कहा कि पुरानी कहावत है कि संगत से गुण आत है संगत से गुण जात। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर इसका असर सीधे देखने को मिल रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार को फिर से जंगल राज की ओर ले जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बेगूसराय में इथेनॉल की फैक्ट्री खुलने की बात हो या बिहार में कहीं भी औद्योगिक संरचना मजबूत होने की, इस पर ताली मुख्यमंत्री सुनेंगे तो गाली भी मुख्यमंत्री को ही सुनना पड़ेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार के इंडस्ट्रियल हब बेगूसराय को 50 हजार करोड़ से अधिक दिया और निवेश कराया।
अपने क्षेत्र की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि बेगूसराय पुनर्जीवित हो रहा है, आईओसीएल, एनटीपीसी, हर्ल, एनएचएआई लगातार विकास कर रही है। बेगूसराय बिहार की आत्मा है और जब आत्मा ही कलंकित हो जाएगी तो बिहार में निवेश रुक जाएगा, औद्योगिक हब नहीं और बनेगा।
स्थानीय लोगों को नौकरी नहीं मिलने पर होगा आंदोलन
गिरिराज सिंह ने कहा की बेगूसराय खाद कारखाना, रिफाइनरी और एनटीपीसी पारदर्शी तरीके से स्थानीय लोगों को काम दे। वह बताए की कितने बाहरी को काम पर रखा गया है। अगर लोकल फॉर वोकल नहीं हुआ तो आंदोलन होगा।
पीएम मोदी दुनिया को दिखा रहे हैं अमन चैन का रास्ता
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाला भारत, पूरी दुनिया को अमन चैन का रास्ता दिखाने वाला भारत बन गया है। नरेन्द्र मोदी कीर्तिमान स्थापित करने वाले प्रधानमंत्री हैं। उन्होंने कहा कि असदुद्दीन ओवैसी जहर उगलना बंद करें, जिन्ना के रास्ते पर चलना बंद करें। यूक्रेन-रूस की लड़ाई हो या अंतरराष्ट्रीय स्तर का कोई भी मामला, दुनिया में भारत को नरेन्द्र मोदी ने उस ऊंचाई पर ले जाने का काम किया है, जिसका सपना कभी कांग्रेस और ओवैसी ने देखा भी नहीं था। ओवैसी जिन्ना के रास्ते को छोड़कर भारत के रास्ते पर चलना शुरू करें।
पीएम आवास योजना के लक्ष्य को पूरा करे अधिकारी
गिरिराज सिंह ने कहा कि बेगूसराय में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एक लाख 53 हजार आवास बनाने का लक्ष्य दिया गया है। अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि सूची वाले जो लोग भी बच गए हैं, उन्हें प्रधानमंत्री आवास प्लस योजना के तहत आवास दिलाएं। भारत सरकार हर सूचीबद्ध लोगों को घर देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि बिहार के विकास में भारत सरकार निरंतर सहयोग कर रही है, केंद्र ने कभी कोई कटौती नहीं किया है। बिहार के विभागीय सचिव को निर्देश दिया गया है कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) के मापदंड के तहत आने वाले सभी सड़कों का निर्माण हो। 2014 से 2023 तक 23 हजार करोड़ दिए गए हैं, आगे जो भी सड़क पीएमजीएसवाई के मापदंड के तहत आएगा उसे बनाया जाएगा। बिहार और बेगूसराय के हर सड़क का पक्कीकरण और सबको आवास देने के लिए सरकार लगातार काम कर रही है। महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की शिकायत मिल रही है। ग्रामीण विकास विभाग सभी मामले का जांच कराएगा, जो दोषी हैं उन्हें किसी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। गड़बड़ी की शिकायत मिलने पर जिला प्रशासन पंचायत और रोजगार सेवक पर ही कार्यवाही नहीं करे, बल्कि जिला से निचले स्तर तक की जांच हो। कारण लोकपाल द्वारा उठा गए मामले पर संज्ञान ले, जॉब कार्ड को सार्वजनिक किया जाए। मनरेगा में हो रही गड़बड़ी पर रोक लगाने के उद्देश्य से ही पांच सितम्बर को आदेश दिया गया था की सभी पंचायत में एक व्हाट्सएप ग्रुप बने। जिसमें पंचायत के विनर और रनर दोनों प्रतिनिधि हों, एमएलए, एमपी, एमएलसी, जिला पार्षद सहित 40 लोग रहें उस ग्रुप में। जॉब कार्ड होल्डर और काम का उल्लेख रहे, ताकि लोग देखकर लोकपाल से शिकायत करें, लेकिन इसे लागू नहीं किया जा रहा है।
आयुर्वेदिक कालेज में कंडिशनल एडमिशन ले सरकार
बेगूसराय के आयुर्वेदिक कॉलेज में नए सत्र में नामांकन पर रोक लगने के सवाल पर गिरिराज सिंह ने कहा कि बेगूसराय का आयुर्वेदिक कॉलेज सबसे पुराना है। राज्य सरकार का दायित्व बनता है की यहां शिक्षकों की बहाली करवा कर का कंडीशनल नामांकन ले और शिक्षकों की उपलब्धता करे।
प्रेस कांफ्रेंस में सांसद प्रतिनिधि अमरेन्द्र कुमार अमर, विधायक सुरेंद्र मेहता, कृष्णनंदन कुमार पप्पू प्रमुख रूप से उपस्थित थे।