BINOD KARN
BEGUSARAI: बेगूसराय के श्रीकृष्ण नगर कालोनी में श्रीकृष्ण नगर विकास समिति की ओर से शुक्रवार को आयोजित श्रीकृष्ण सिंह जयंती समारोह में एमएससी सर्वेश कुमार, विधायक राजकुमार सिंह, पूर्व विधायक अनिल कुमार चौधरी व नगर परिषद के पूर्व मुख्य पार्षद पुष्पा शर्मा सहित दर्जनों शिक्षाविद् श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे। इस मौके पर श्रीकृष्ण नगर विकास समिति के सचिव सह विधान परिषद सदस्य सर्वेश कुमार ने आगंतुकों का स्वागत किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता घनश्याम राय व संचालन वरिष्ठ पत्रकार एसएन सुमन ने किया।
कार्यक्रम की शुरुआत श्रीकृष्ण सिंह जी के तैल चित्र पर पुष्पांजलि से की गई। अतिथियों के अलावा दर्जनों गणमान्य लोगों ने पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
लोजपा (पारस) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए बिहार के आर्थिक विकास में श्रीबाबू के योगदान की चर्चा की। उन्होंने कहा कि आने वाले पीढ़ी को श्रीकृष्ण सिंह की जीवनी के बारे में जानकारी देने की जरूरत है ताकि नई पीढ़ी उससे प्रेरणा ले सके।
मटिहानी के विधायक व जदयू के सचेतक राज कुमार सिंह ने उनके कृतित्व को याद करते हुए कहा कि सीमित संसाधनों में बरौनी रिफाइनरी, थर्मल, फर्टिलाइजर, शिक्षा के क्षेत्र में रांची व मगध विश्वविद्यालय, देवघर मंदिर सभी के लिए खोलने, जमींदारी उन्मूलन आदि ऐसे उल्लेखनीय काम हैं, जिसे बिहार वासी कभी भुला नहीं सकते।
तत्कालीन नगर परिषद, बेगूसराय के पूर्व मुख्य पार्षद पुष्पा शर्मा ने कहा कि देश, बिहार व बेगूसराय के लिए जो श्रीबाबू ने किया वह अमर कृति है।
भाजपा नेता मनीष कुमार ने श्रीबाबू के व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए उनसे जुड़े कई संस्मरणों को सुनाया। उन्होंने खास तौर से श्रीकृष्ण सिंह के तिजोरी वाली घटना की चर्चा करते हुए बताया कि श्रीबाबू के निधन के बाद उनका तिजोरी खोला गया तो उसमें महज 25500 रुपये थे। उन रुपयों का बंटवारा वे खुद पत्र लिखकर कर चुके थे। खास बात यह है कि तिजोरी में आश्रित परिवार के लिए एक पैसा नहीं था। यानी श्रीकृष्ण सिंह समाज के लिए सोचते थे और समाज के लिए जीते थे।
इस मौके पर कांग्रेस नेता उमेश कुमार सिंह, प्रो. उपेंद्र नारायण सिंह, वरिष्ठ पत्रकार विनोद कर्ण, सेवा निवृत्त शिक्षक रामाश्रय प्रसाद सिंह, जिला व्यवसायी महासंघ के महासचिव अजीत गौतम आदि ने भी अपने विचारों के साथ श्रद्धांजलि अर्पित की।