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AIYF चेरियाबरियारपुर के अंचल सम्मेलन में अरूण कुमार अध्यक्ष व कन्हैया कुमार बने सचिव
BINOD KARN
CHERIYA BARIYARPUR/ BEGUSARAI : प्रखंड के
खाजहाँपुर करोड़ समिति भवन में आयोजित AIYF चेरियाबरियारपुर के छठा अंचल सम्मेलन संपन्न हो गया। अंचल सम्मेलन में बतौर पर्यवेक्षक झंडोत्तोलन कर उद्घाटन भाषण करते हुए जिला संयोजक सह प्रदेश उपाध्यक्ष अभिनव कुमार अकेला ने कहा कि कांबर इलाके के युवाओं के भविष्य के साथ सरकार साजिश के तहत खिलवाड़ कर रही है। काबर क्षेत्र को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित कर स्थानीय युवाओं को रोजगार देने के बजाय सरकार उनसे उनकी जमीन छीन ली है। AIYF इसके खिलाफ युवाओं को संगठित कर संघर्ष की रूपरेखा तैयार करेगा।
उन्होंने कहा कि शिक्षा और रोजगार के मुद्दे पर संगठन लगातार संघर्षरत है। बेगूसराय में दिनकर के नाम पर केन्द्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना करने, बेगूसराय के कारखानों में स्थानीय युवाओं को रोजगार दिलाने, सभी रिक्त पदों पर बहाली करने सहित नौजवानों के मुद्दे पर लगातार गोलबंदी हो रही है। उन्होंने अंचल सम्मेलन में जानकारी देते हुए बताया कि बखरी में 16 मार्च को आयोजित AIYF जिला सम्मेलन में जिलेभर के चुने हुए सैकड़ों नौजवान प्रतिनिधि शामिल होकर जिलास्तरीय संघर्ष की रूपरेखा तैयार करेंगे।
इस सम्मेलन का उद्घाटन पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह एवं संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखजिंदर महेश्वरी, राष्ट्रीय सचिव रौशन कुमार सिन्हा सहित कई गणमान्य करेंगे। AIYF चेरियाबरियारपुर के छठे अंचल सम्मेलन की अध्यक्षता अरूण कुमार ने की। पिछले कार्यों, सदस्यता एवं सांगठनिक रिपोर्ट कन्हैया कुमार ने पेश किया। जिस पर विभिन्न पंचायतों से आए हुए युवा प्रतिनिधियों ने बहस में भाग लिया।
बहस के बाद सर्वसम्मति से 25 सदस्यीय अंचल कमिटी गठित किया गया। जिसके अध्यक्ष अरूण कुमार, सचिव कन्हैया कुमार, उपाध्यक्ष मुकेश कुमार, सह सचिव जुबैर आलम चुने गये। 16 मार्च को बखरी में आयोजित जिला सम्मेलन के लिए प्रतिनिधियों का चयन एवं तैयारी की योजना बनाई गयी। बतौर अतिथि पूर्व नौजवान नेता रंजन कुमार ने कहा कि चेरियाबरियारपुर अंचल में AIYF का गौरवशाली अतीत रहा है। उससे प्रेरणा लेकर सघन सदस्यता अभियान चलाकर संगठन को मजबूत बनाने की जरूरत है। अंचल सम्मेलन के मौके पर आदर्श अभिनंदन, राजा कुमार, राकेश कुमार, चंदन कुमार, राजेश सहनी, संतोष पासवान, पप्पू कुमार, विशाल बादल, गुलशन कुमार, श्याम कुमार, प्रीतम कुमार आदि ने अपने विचार व्यक्त किए।