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मनरेगा, 15वीं पंचम व षष्टम योजना का कार्य शुरू नहीं होने से नाराज चल रहे जिला पार्षद
उपविकास आयुक्त से वार्ता में सहमति का कार्यादेश निर्गत होने तक धरना : सुरेन्द्र पासवान
BINOD KARN
BEGUSARAI : त्रिस्तरीय पंचायत प्रणाली के सर्वोच्च सदन जिला परिषद कार्यालय में व्याप्त शिथिल कार्यशैली के विरोध में गुरुवार को जिला परिषद अध्यक्ष सुरेंद्र पासवान व उपाध्यक्ष राजीव कुमार के नेतृत्व में कई पार्षद अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ गए। जिला परिषद कार्यालय के समक्ष धरना देने से पहले जिप अध्यक्ष के नेतृत्व में पार्षदों ने 24 दिसम्बर 24 को पांच सूत्री मांग पत्र DDC सह मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी सोमेश बहादुर माथुर को सौंपा था। लेकिन मांग पत्र पर कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं नहीं पर नाराज पार्षदों ने आज से अनिश्चितकालीन धरना प्रारंभ कर दिया। धरना आरंभ होने के बाद DDC सह मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी ने जिप अध्यक्ष सुरेंद्र पासवान, उपाध्यक्ष राजीव कुमार व पार्षद अंजनी कुमार सिंह सहित अन्य प्रतिनिधियों से बातचीत शुरू की। मौखिक तौर पर दोनों पक्षों के बीच सहमति बन गई है। लेकिन जिला पार्षदों का कहना है कि जबतक कार्यादेश जारी नहीं होता है तबतक कार्यालय अवधि में वे धरना देते रहेंगे। दरअसल में जिप अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व पार्षदों का पदाधिकारी पर से विश्वास उठ गया है। उन्हें लगता है कि पदाधिकारी झांसा देकर धरना समाप्त करना चाहते हैं।
*तीन साल से ठप पड़ी है योजनाएं : अंजनी कुमार सिंह*
धरना पर बैठे मुखर जिला पार्षद अंजनी कुमार सिंह का कहना है कि जिला को आबंटित मनरेगा योजना की विकास राशि का 20% जिला परिषद के माध्यम से खर्च होनी है। लेकिन बीते तीन सालों से एक भी योजना स्वीकृत नहीं की गई है। इस मद में लगभग एक अरब 57 करोड़ रुपये पड़ा हुआ है। उन्होंने बताया कि हद तो तब हो गई जब बीते वर्ष जनवरी में 15वीं पंचम व षष्टम योजना सदन से पारित होने के बाद भी पदाधिकारियों के मनमानी के कारण दिसम्बर 24 तक कार्यान्वित नहीं हो पायी। जबकि इसको लेकर बार-बार आवाज उठाई जाती रही है। उन्होंने बताया कि जिला परिषद में स्थाई समिति भी गठित नहीं की गई है।
जिला परिषद अध्यक्ष सुरेंद्र पासवान का कहना है कि पदाधिकारी कुछ सुनने को तैयार नहीं होते हैं। जिला परिषद सदस्यों का चुनाव सिर पर है। ऐसे में वे हाथ पर हाथ धरे बैठे नहीं रह सकते। वे आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे। जिप उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने कहा कि पदाधिकारियों की मनमानी से महात्मा गांधी का सपना चकनाचूर हो रहा है। तीन साल से योजनाएं ठप है। कार्यादेश जारी होने तक धरना जारी रहेगा।
धरना पर बैठने वाले जिला पार्षदों में शिल्पी कुमारी, डिम्पल कुमारी, पुष्पा कुमारी, किरण कुमारी, प्रेमलता कुमारी, अमित कुमार, राम प्रकाश पासवान, झूना जी आदि प्रमुख रूप से शामिल हैं। बताते चलें कि जिला परिषद के 35 सदस्यों में एक सदस्य के निधन से पद रिक्त है। शेष 34 सदस्यों में 20 धरना में शामिल रहे।