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सिवान के हुसैनगंज थाना क्षेत्र के हथौड़ा गांव में विवादित भूमि पर निर्माण कार्य रुकवाने गए एएसआई पर शरारती तत्वों ने हमला कर दिया। हमले में एएसआइ भुवनेश्वर सिंह का हाथ टूट गया। जवानों की मदद से एएसआई को सदर अस्पताल लाया गया, जहां उनका इलाज कराया गया।मामले में पुलिस ने जांच कर एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, घायल एएसआइ के आवेदन पर प्राथमिकी की गई है। एएसआई भुवनेश्वर सिंह ने आवेदन में बताया है कि हथौड़ा गांव में एक विवादित भूमि पर सिवान न्यायालय द्वारा 28 जून तक किसी प्रकार के निर्माण कार्य करने पर रोक लगा दी गई है। बावजूद इसके जावेद अख्तर द्वारा 15 जून को जबरन निर्माण कराया जा रहा था।
पुलिस ने एक आरोपित को पकड़ा
एएसआई ने बताया कि निर्माण कार्य की सूचना पर मैं दलबल के साथ निर्माण स्थल पर पहुंचा और 28 जून तक कार्य रोकने की बात कही। इसे सुनते ही जावेद अख्तर एवं उनके समर्थकों में पुलिस बल के साथ धक्का-मुक्की और गाली-गलौज शुरू कर दी। साथ ही जावेद ने लाठी से हमला कर दिया। इससे मेरा दाहिना हाथ टूट गया है।
इसके बाद सभी समर्थक भाग गए। हालांकि, जावेद को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। थानाध्यक्ष विजय कुमार यादव ने बताया कि न्यायालय के आदेश का उल्लंघन, पुलिस बल के साथ मारपीट और सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करने के आरोप में जावेद एवं दस अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज किया गया है। जावेद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
नहीं थम रहा पुलिस बल पर हमलों का सिलसिला
सिवान में पुलिस पर हमले की यह पहली घटना नहीं है। मई 2022 में शराब तस्करों को पकड़ने के दौरान एएसआई सुरेंद्र कुमार गहलौत को शराब तस्करों ने गाड़ी से घसीटकर मौत के घाट उतार दिया था। इसमें एक चौकीदार बाबुधन मांझी जख्मी हो गए थे।
इसके पूर्व में भी 27 अप्रैल को रामपुर में एएसआई भुवनेश्वर सिंह ने शराब के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया था। इस दौरान कुछ शरारती तत्वों ने हाथापाई कर तस्कर को छुड़ा लिया था। इसके बाद 29 अप्रैल को गोपालपुर में शराब तस्कर को गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम पर तस्कर एवं ग्रामीणों ने हमला कर दिया था। इसमें एक एएसआई, एक बीएमपी जवान और एक चौकीदार घायल हो गए थे।