THN Network (Desk):
Muzaffarur: मुजफ्फरपुर के मीनापुर थाना क्षेत्र के चकइमाद गांव के विपिन राम (25 वर्ष) को अपनी नवविवाहित पत्नी से दोस्त राजेश कुमार को बात करने से रोकने की कीमत जान देकर चुकानी पड़ी। राजेश ने विपिन की चाकू गोदकर हत्या कर दी। पुलिस ने हत्याकांड का उद्भेदन कर दिया है। इस घटना के आरोपित बहबल बाजार निवासी राजेश कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसके पास से विपिन के मोबाइल का सिम जब्त किया है। उसने विपिन के मोबाइल को फेंक दिया था और सिम अपने पास रख लिया था। पुलिस मोबाइल की तलाश कर रही है। इसकी जानकारी पुलिस उपाधीक्षक (पश्चिमी) व प्रभारी पुलिस उपाधीक्षक (पूर्वी) अभिषेक आनंद ने सोमवार की दोपहर अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में दी।
विपिन राम और बगल के बहबल बाजार गांव के राजेश कुमार के बीच पिछले दस साल से दोस्ती थी। विपिन की शादी छह-सात माह पहले राजेपुर के ठोठरा गांव में हुई थी। राजेश उसकी नई-नवेली पत्नी से मोबाइल पर बातचीत कर रहा था। नौ फरवरी की रात विपिन ने इसका विरोध किया। इससे दोनों के बीच पहले हाथापाई व मारपीट हुई। इसके बाद राजे श ने चकइमाद सरेह में लहसून के खेत में चाकू से गोद कर विपिन की हत्या कर दी और शव को वहीं छोड़ दिया। पहचान छिपाने के लिए उसके चेहरे पर मिट्टी डाल दिया। बचाव में विपिन के काफी संघर्ष करने का साक्ष्य वहां मिला था।
प्रभारी पुलिस उपाधीक्षक पूर्वी ने बताया कि मामले की जांच में विपिन के मोबाइल का काल डिटेल्स व कैफ निकाला गया तो पता चला कि एक संदिग्ध नंबर से उसकी कई बार बातचीत हुई थी। यह मोबाइल नंबर राजेश का था। राजेश को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो शुरू में उसने अनभिज्ञता जताई।
पुलिस उपाधीक्षक ने बताया कि विपिन के भाई उमेश राम ने 11 फरवरी को छह नामजदों के विरुद्ध हत्या व अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार प्रतिषेध अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसमें खेमाइपट्टी गांव के पिंटू कुमार, अभिमन्यु कुमार, छितरपट्टी गांव के मिथुन कुमार, अशर्फी प्रसाद, बहबल बाजार की मीना देवी व अन्य को नामजद आरोपित बनाया था।
पुलिस ने इसमें से नामजद आरोपित अशर्फी प्रसाद को गिरफ्तार कर लिया था। फिलहाल वह न्यायिक हिरासत में जेल में बंद है। पुलिस उपाधीक्षक ने बताया कि विपिन हत्याकांड में राजेश की अकेले ही संलिप्तता सामने आई है। मामले की जांच में अशर्फी व अन्य आरोपितों के इस हत्याकांड में संलिप्त होने के साक्ष्य नहीं मिले हैं। उन्होंने बताया कि जेल में बंद अशर्फी को आरोप मुक्त करने के लिए विशेष कोर्ट में अर्जी दाखिल की जाएगी। जांच में यह बात भी सामने आई है कि विपिन की पत्नी को इस हत्याकांड में राजेश के संलिप्त होने की जानकारी नहीं थी।