THN Network
जलसा दस्तारबंदी में 75 बच्चों का हुआ दस्तारबंदी
BALIYA/ BEGUSARAI : प्रखंड के अंतर्गत बड़ी बलिया उतरी पंचायत के कस्बा में मंगलवार को एक विशाल जलसा दस्तारबंदी का आयोजन किया गया। जलसा दस्तारबंदी में 75 हाफिज की दस्तारबंदी कराई गई। क्षेत्र का लोकप्रिय मदरसा कस्बा फुरकानीया का यह छठा दस्तारबंदी पिछले 12 वर्षों के बाद कराया गया। अध्यक्षता हजरत मौलाना मुफ्ती अहमद नसर बनारसी ने, जबकि संचालन जमीयत उलेमा के जिला उपाध्यक्ष हजरत मौलाना मुफ्ती ऐनुल हक अमीनी ने किया।
जनसभा को संबोधित करते हुए अध्यक्षता कर रहे मौलाना अहमद नसर बनारसी ने कहा कि शिक्षा की जानकारी प्राप्त करना अनिवार्य है। उसी प्रकार दीन इस्लाम की शिक्षा की जानकारी मदरसा से सीखी जाती है। जहां से दीन इस्लाम फैलाया जाता है। बच्चे हाफिज ए कुरान होते हैं। आलिम फाजिल की पढ़ाई पूरी करते हैं। मौलाना अहमद नसर ने कहा आज हमारा नौजवान दर-दर की ठोकरें खा रहा है, क्योंकि वह अल्लाह के बताए हुए रास्ते से भटक गया है।
जलसा को संबोधित करते हुए जमीयत उलेमा के जिला अध्यक्ष मुफ्ती खालिद हुसैन निंबी ने कहा कि यह आज का दिनी जलसा उन 75 हाफिज बच्चों के सम्मान में आयोजित की गई है। उन्होंने कहा कि आज इस जलसा में फरिश्ते भी उपस्थित होकर हाफ़िज़ बच्चों और उनके परिवारों के लिए अच्छी-अच्छी दुआएं कर रहे होंगे। उन्होंने कहा खुश नसीब है वह मां-बाप जिनके बच्चे हाफिज होते हैं। उन्होंने कहा कि मदरसा फुरकानिया कस्बा की बहुत बड़ी यह मेहनत रंग लाई है कि एक साथ 75 बच्चे की दस्तारबंदी कराई जा रही है।
जलसा दस्तारबंदी को संबोधित करने वालों में जमीअत उलेमा के जिला अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती खालिद हुसैन निंबी, मुफ्ती सुफियान नदवी चतुर्वेदी दरभंगा, मौलाना साबिर निजामी बेगूसराय, मौलाना मुफ्ती अब्दुल वदूद, मौलाना मोहम्मद अमानुल्लाह नस्तवी लखमिनिया, मौलाना मोहम्मद मजहर उल हक कासमी, मोहम्मद महमूद हसन कासमी कस्बा, शायरी इस्लाम जमशेद, जोहार झारखंड, कारी मोहम्मद ओसामा कस्बा के द्वारा किया। जलसा में पूर्व विधान पार्षद डॉ तनवीर हसन, बलिया नगर परिषद के मुख्य पार्षद मोहम्मद जमालुद्दीन, बलिया व्यापार मंडल अध्यक्ष राकेश सिंह, युवा राजद के जिला अध्यक्ष फैजुर रहमान, सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे।
जलसा में आए हुए मुख्य अतिथि विशिष्ट अतिथि को बड़ी बलिया उतरी पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि मोहम्मद राशिद और मदरसा फुर्कानिया कस्बा के प्रधान मौलाना अशरफ कासमी के द्वारा शॉल भेंट कर सम्मानित किया गया। विशाल जलसा में एक निकाह भी कराया गया तो वहीं दुआ में पूरे विश्व के लिए अमन शांति और मजहब इस्लाम मदारिस मसाजिद तथा महिलाओं की आबरू की हिफाजत के लिए दुआ की गई।