बिहार के सभी सरकारी प्रारंभिक विद्यालयों में हर शनिवार को अब नई व्यवस्था की तहत पढ़ाई होगी। इसी माह से सभी 72 हजार विद्यालयों में नई व्यवस्था लागू हो जाने की उम्मीद है। शिक्षा विभाग ने इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर लिया है। भागलपुर के शिक्षा विभाग के सूत्रों के अनुसार, कहा कि अभी सूचना नहीं मिली है, जैसे ही जानकारी की कापी मिलेगी, इस व्यवस्था को चालू करने के लिए स्कूलों को निर्देश दे दिया जाएगा।
शनिवार को बच्चों के लिए नो बैग की व्यवस्था लागू करने की योजना है। इस दिन खेल की घंटी भी बजेगी। शिक्षा विभाग ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है। विभागीय सहमति अभी नहीं ली गई है। सहमति मिलने के साथ ही इसे लागू किया जाएगा। बच्चों में अपने गौरवशाली अतीत की जानकारी दी जाएगी। बिहार के धरोहरों को बताया जाएगा।
शनिवार को बच्चे किताबें लेकर स्कूल नहीं आएंगे। उन्हें प्राकृतिक आपदा के बारे में जानकारी दी जाएगी। खेलकूद, योग, व्यायाम, पीटी आदि के बारे में जानकारी दी जाएगी। इसके लिए स्कूलों में घंटी लगेगी। बच्चे को एक-एक डायरी दी जाएगी। उसमें सामाजिक सुधार, बाल विवाह रोकने, शराबबंदी के बारे में जानकारी रहेगी। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी उनके प्रेरणादायक संदेश डायरी में रहेगा, इसे पढ़ाया भी जाएगा। शिक्षा विभाग का यह फैसला सुरक्षित शनिवार के तहत बच्चों पर पढ़ाई का बोझ को कम करना और शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए खेलकूद की गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए है।शिक्षा विभाग के सूत्रों के अनुसार नए सत्र से पहली से आठवीं कक्षा तक के बच्चों को नि:शुल्क पाठ्य-पुस्तकें दी जाएगी। बच्चे को एक डायरी दी जाएगी। महात्मा गांधी के जीवन पर आधारित एक था मोहन दिया जाएगा। देश के प्रथम शिक्षा मंत्री अबुल कलाम आजाद से संबंधित पुस्तक भी वितरित कराई जाएगी। भागलपुर के जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने कहा कि नई व्यवस्था लागू करने की जैसे ही अनुमति मिलेगी, इसे लागू कर दिया जाएगा। यह बेहतरीन प्रयास है।