BINOD KARN
BEGUSARAI: पन्हास गार्डन एंड रिसार्ट में आयोजित बिहार होम्योपैथिक सम्मेलन 2022 के दूसरे दिन रविवार को वैज्ञानिक संगोष्ठी के साथ समापन किया गया। पहले सत्र में बताया गया कि होम्योपैथिक दवा से नि:संतान दंपत्तियां बिना शल्यक्रिया के बच्चे पा सकते हैं, तो मंदबुद्धि बच्चों का भी इलाज संभव है। देश भर से आए होम्योपैथिक वैज्ञानिकों ने सेमिनार में उपस्थित चिकित्सकों को इसके बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए दवाओं की जानकारी दी। खासबात यह रही कि इन दोनों बीमारियों पर सबसे ज्यादा सवाल भी किए गए।
कार्यक्रम में पूरे देश व बिहार के हरेक कोने से आये प्रख्यात होम्योपैथिक चिकित्सक व शोध कार्य में लगे होम्योपैथिक वैज्ञानिक तथा HMAI के राष्ट्रीय व स्थानीय पदाधिकारियों ने अपने विचारों को रखा। चिकित्सकों के जिज्ञासाओं को डॉ. एसएम सिंह, डॉ. एनपी सिन्हा, डॉ. निशांत श्रीवास्तव, डॉ. रामजी सिंह, डॉ. डीके भास्कर ने वैज्ञानिक आधार पर जानकारी देते हुए शांत किया। नि:संतान दंपत्तियों के लिए बिना शल्य चिकित्सा का होम्योपैथिक ट्रीटमेंट चिकित्सकों को खूब भाया। चिकित्सकों को कुछ खास दवाएं जो बांझपन को दूर करने के लिए काफी उपयुक्त होती हैं की खास जानकारी इस वैज्ञानिक संगोष्ठी में प्रदान की गई। मंदबुद्धिता से ग्रसित बच्चों के चिकित्सा की जानकारी को पाकर कई चिकित्सक अति प्रसन्न हुए। उम्मीद जताई गई कि इन जानकारियों को अपने प्रैक्टिस में लाकर चिकित्सक पूरे समाज को लाभान्वित करेंगे।
समापन सत्र में उन सभी चिकित्सकों को जिन्होंने चिकित्सा क्षेत्र में अपना अहम योगदान दिया उन्हें पुरस्कृत करते हुए प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। बिहार राज्य होम्योपैथिक सम्मेलन 2022 के सचिव डॉ. बीके तिवारी का समापन भाषण अत्यंत ही रोचक और उत्साहवर्धक था। वही राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. रामजी सिंह ने चिकित्सकों के सभी प्रश्नों का समाधान किया। बेगूसराय होम्योपैथिक मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. प्रवीण कुमार ने अपने समापन भाषण में लोगों से संगठित होने का आवाहन किया। डॉ. नीलू कुमारी, डॉ. राजकुमार शर्मा, डॉ. रोहित, डॉ. ज्योति कुमारी, डॉ. एमके मिश्रा, डॉ. शैलेंद्र कुमार, डॉ. उमेश जी, डॉ. नागेंद्र पोद्दार, डॉ. अबू बकर, डॉ. एसएस विश्वास, डॉ. एम हसन, डॉ. अंकित आदि बेगूसराय के चिकित्सकों ने अपने समापन सत्र में अपने विचारों को रखा। बेगूसराय व्यवसायिक संघ के अध्यक्ष चंदन कुमार, उपाध्यक्ष निरंजन कुमार, सेक्रेटरी मुरारी कुमार, कोषाध्यक्ष लक्ष्मण आदि ने समापन समारोह तथा पुरस्कार वितरण में बढ़ चढ़कर भाग लिया। पूरे प्रोग्राम में डॉक्टर बीके तिवारी को जोरदार रूप से सराहा गया और कहा गया कि यह राज्य स्तरीय नहीं बल्कि देश स्तरीय कार्यक्रम था। दावा किया गया कि कार्यक्रम अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल रहा।