BINOD KARN
BEGUSARAI: बेगूसराय के पन्हास गार्डन एंड रिसोर्ट में आयोजित दो दिवसीय बिहार स्टेट होम्योपैथिक कांग्रेस 2022 का उद्घाटन संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीराम सिंह व गणमान्य चिकित्सकों ने शनिवार को दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
इस मौके पर संबोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीराम सिंह ने कहा कि नरेंद्र मोदी जब से PM बने हैं तब से होम्योपैथिक चिकित्सा को बढ़ावा देने में लगे हुए हैं। PM मोदी द्वारा लायी गई योजना से आयुष चिकित्सा को काफी बढ़ावा मिला है। उन्होंने कहा कि बिहार में भी 3000 आयुष चिकित्सकों की बहाली निकली हुई है लेकिन कानूनी प्रक्रिया के तहत फिलहाल उक्त नियुक्ति नहीं हो पायी है। उन्होंने कहा बिहार में 15 होम्योपैथिक कॉलेज हैं। पहले शहर के लोगों को ही होम्योपैथ से समुचित इलाज हो पाता था, लेकिन अब यह ग्रामीण इलाकों तक फैल गया है। होम्योपैथिक का लगातार विस्तार हो रहा है। होम्योपैथिक की दवा डेंगू और कोविड 19 के संक्रमण काल में कितनी कारगर साबित हुई है यह किसी से छिपी हुई नहीं है। कोविड-19 के संक्रमण काल में होम्योपैथिक उपचार इतनी कारगर हुई कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सराहना की।
इस वैज्ञानिक संगोष्टी मे बंगलौर से आये हुए डाॅ. वी. टी. रुद्रेश ने वांझपन के उपर अपने शोधपत्र प्रस्तुत करते हुए कहा बिना किसी-चीरफार के इसका इलाज होमियोपैथी से संभव है। लखनऊ से आये डाॅ. रवि सिंह एवं डा. लूबना कमाल ने भी अपना शोध पत्र पढ़ा।
इस दो दिवसीय कार्यक्रम में भाग लेने के लिए इलाहाबाद से डाॅ. एस. एम. सिंह, नेशनल इन्स्टीटूट ऑफ होम्योपैथी के निदेशक डाॅ. सुभाष सिंह, मुम्बई से एस. आई. हुसैन, गुजरात से डाॅ. पीयूष जय
जोशी, बंगलौर से डाॅ. एम.आर श्रीनिवासन एवं बिहार के सभी होमियोपैथिक कॉलेज के प्राचार्य एवं बिहार यूनिवर्सिटी के डीन डॉ. भरत सिंह एवं देश भर के हजारों चिकित्सक ने इस कार्यक्रम मे भाग ले रहे हैं। इस में बेगूसराय HMAI शाखा के सभी सदस्यो ने बड़ी निष्ठा से कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान दिया। स्वागत भाषण HMI बेगूसराय के अध्यक्ष डाॅ. प्रवीण कुमार ने दिनकर जी की पंक्तियों से किया। बिहार होमियोपैथिक सम्मेलन के STO राजकुमार शर्मा ने मंच संचालन में अपना योगदान दिया। इस पूरे कार्यक्रम का संचालन पटना के डा. संजीव कुमार सिंह ने किया।
25 होम्योपैथिक दवा कंपनियों का लगा स्टार
25 होम्योपैथिक दवा निर्माताओं ने भी सेमिनार के मौके पर अपना स्टॉल लगाकर कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना योगदान दिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में डाॅ. पी. के. तिवारी ने अपना बहुमूल्य योगदान दिया। इसके अलावा डाॅ. अर्जुन प्रसाद, डाॅ. ओ.पी गुप्ता, डाॅ. एस. एस. विश्वास, डॉ. नागेन्द्र पोद्दार, डाॅ. एमए के मिश्रा, डाॅ. संजीव कुमार, डाॅ. अजय कुमार, डाॅ. उमेश कुमार, डाॅ. रहमानी, डाॅ. रोहित, डॉ. अंकित, डाॅ. रामसतन, डाॅ. नीलम कुमारी, डाॅ. रेखा, डाॅ. ज्योति कुमारी, डाॅ. एस. एन. गुप्ता, डाॅ. नवीन कुमार, बेगूसराय होम्योपैथिक ब्यवसायिक प्रकोष्ट के सचिव मुरारीजी, अध्यक्ष चंदन कुमार, कोषाध्यक्ष निरंजन कुमार के अलावा लक्ष्मण, अरुण कुमार, राजा विश्वास, कन्हैया कुमार आदि में भी इस कार्यक्रम को सफल बनाने मे योगदान दिया।