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GAURAV KESHRI
BAKHRI / BEGUSARAI: बीसवीं सदी के महान संत ब्रह्मलीन परम पूज्यपाद महर्षि मेंही परमहंस जी महाराज की 139 वीं जयंती उनके शिष्यों ने गुरुवार को बखरी में धूमधाम से मनाया। इस मौके पर सुबह सैकड़ों की संख्या में महर्षि मेंही परमहंस जी महाराज के अनुयायियों ने उनके तैल चित्र को रथ पर रखकर जय घोष के बीच समूचे बाजार क्षेत्र में शोभा यात्रा निकाली। इसके बाद शिष्यों ने उनके तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
इस मौके पर मक्खाचक स्थित महर्षि मेही सत्संग मंदिर परिसर में बृहद स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। भक्तों ने प्रातः कालीन स्तुति-विनती व भजन- कीर्तन के साथ सामूहिक ध्यान अभ्यास किया। इस अवसर पर सैकड़ों की संख्या में लोगों के बीच प्रसाद वितरित किया गया।
वहीं अपराह्न कालीन सत्संग में अनुआयी प्रियतम बाबा ने गुरू महाराज के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनके बताए हुए रास्ते पर चलकर ही सदगति की प्राप्ति हो सकती है। वे सभी संप्रदाय का सम्मान करते हुए सबको एक सूत्र में बांधकर सम्मलित संतमत नाम दिया। उन्होंने कहा कि आत्मा व परमात्मा का ज्ञान जन-जन तक पहुंचाए। जयंती के मौके पर संकल्प लें कि सत्संग के साथ ध्यानयोग कर जीवन को सफल बनाए। कार्यक्रम के अंत में भंडारा का भी आयोजन किया गया।
इस मौके पर महर्षि मेही की अनन्य शिष्या कौशल्या देवी, सपा जिलाध्यक्ष दिलीप केशरी, प्रियभाष चौधरी, कुमार निशांत वर्मा, सुबोध देवी, रामप्रवेश पंडित, गोपाल मुखिया, अनिल पोद्दार, तपेन्द्र यादव, रामविलास महतों, कुसुम देवी, मनटुन साह, केदार साह, रामू चौधरी, बलराम चौधरी, शकुंतला देवी, सुरजी देवी सहित सैकड़ों सत्संग प्रेमी उपस्थित थे।