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BAKHR/BEGUSARAI : दलालों से सांठगांठ कर थाने को संचालित करने के लिए बदनाम बखरी पुलिस का एक और कारनामा सामने आया है। शनिवार को बिहार सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूरी सरकार जब मद्य निषेध दिवस पर राज्य में शराब बंदी को और मजबूत बनाने की तैयारी कर रहे थे तो बखरी पुलिस शराब बंदी कानून को पलीता लगाने में मशगूल थी। जी हां, बखरी पुलिस ने 25 नवंबर शुक्रवार की रात नगर क्षेत्र के वार्ड नंबर-21 तांती टोला मुहल्ले से जिन तीन युवकों को चार लीटर अंग्रेजी शराब के साथ हिरासत में लिया था, उन्हें मद्द निषेध दिवस के मौके पर यानी शनिवार शाम करीब चार बजे हाजत से रिहा कर दिया। इसका श्रेय जाता है थाना के दलालों को।
बखरी थाना के सूत्रों के मुताबिक शराब के धंधेबाज तीन युवकों को शुक्रवार रात से लेकर शनिवार के दिन करीब चार बजे तक हिरासत में रखने के बाद बखरी पुलिस ने सभी को निर्दोष बताते हुए छोड़ दिया है। फिर इसी मामले में बरामद चार बोतल शराब को उसी मुहल्ले के शिवम तांती का बताते हुए उस पर प्राथमिकी दर्ज कर मामले को अलग मोड़ दे दिया है। नगर के इस चर्चित मामले में इंस्पेक्टर सह थानाध्यक्ष हिमांशु कुमार सिंह का कहना है कि पकड़े गए युवक जांच में निर्दोष पाए गए। इंस्पेक्टर का कहना है कि चार बोतल शराब उसी मुहल्ले के एक पुराने शराब धंधेबाज शिवम तांती का है, इसलिए उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। साथ ही मौके से पकड़े गए तीनों युवकों को निर्दोष मानते हुए छोड़ दिया गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मामले में सवाल यह है कि आखिर तीनों युवक निर्दोष ही थे तो छापा मारने गई पुलिस टीम ने मौके से शराब के साथ आखिर निर्दोष युवकों को पकड़कर थाने कैसे ले आई? उसे पकड़ा ही क्यों गया? और फिर 18 से 20 घंटे तक निर्दोष युवकों को हिरासत में क्यों रखा गया? हाजत से रिहा किए गए तीनों युवक रेड लाइट एरिया में देह व्यापार कराने वाले धंधेबाज हैं।
इन धंधेबाजों को छुड़ाने वाले थाने के वही दलाल हैं, जिन्होंने कुछ दिनों पहले 498ए और दहेज उत्पीड़न के एक चर्चित मामले में मुख्य आरोपी को थाने के हाजत से 28 घंटे बाद धारा-41 का लाभ दिलाकर रिहा करवा लिया था। उक्त मामले के खुलासे के बाद पुलिस ने उक्त दलाल की थाने में तीन-चार दिनों तक एंट्री बंद कर दी थी। मगर वह दलाल थाने में फिर से सक्रिय हो गया है। इस पूरे घटनाक्रम की सीसीटीवी फुटेज भी थाना के कैमरे में क़ैद है। लोगों का कहना है कि बखरी पुलिस थाने के दलालों के आगे पूरी तरह नतमस्तक है।