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बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में राहत वितरण, कम्युनिटी किचन आदि की समुचित व्यवस्था के लिए MLA राजकुमार ने DM की भूमिका को सराहा
BINOD KARN
BEGUSARAI : गंगा का जलस्तर घटने लगा है। इससे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अब लोगों को बाढ़ से राहत मिलने लगी है। लोगों के साथ-साथ बाढ़ग्रस्त मटिहानी विधानसभा क्षेत्र के MLA सह बिहार विधानसभा में सत्तारूढ़ JDU के मुख्य सचेतक राजकुमार सिंह ने भी राहत की सांस ली है।
19 सितंबर को गंगा का जलस्तर बढ़ जाने से जिला के मटिहानी विधानसभा क्षेत्र के बड़े हिस्से में बाढ़ आ गया था। इसके बाद से मटिहानी MLA अपने क्षेत्र में कैंप कर रखे थे और जिला प्रशासन के साथ मिलकर लोगों को राहत वितरण के काम में लगे थे। MLA राजकुमार ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को निकालने की भी हर संभव कोशिश की गई। पहली बार पर्याप्त संख्या में नाव की व्यवस्था मिल पाने से लोगों को समय पर राहत और बचाव पहुंचाया जा सका। उन्होंने इसके लिए जिला प्रशासन की सराहना की जिसने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव का बेहतर प्रबंधन किया है। उन्होंने कहा कि बाढ़ राहत सामग्री का वितरण हो या कम्युनिटी किचन की व्यवस्था DM तुषार सिंगला ने काफी सक्रियता दिखाई और लोगों को समय पर भोजन और राहत सामग्री पहुंचाने में कामयाब रहे। उन्होंने कहा कि गंगा का जलस्तर घटने पर अब लोग कम्युनिटी किचेन से निकल कर लोग अपने घर पहुंचने लगे हैं। वे शुक्रवार को KDM होटल के सभागार में पत्रकारों से मुखातिब हुए।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए MLA राजकुमार ने कहा कि गंगा के जलस्तर में 17 सितंबर से वृद्धि शुरू हुई और 19 को पानी मटिहानी विधानसभा क्षेत्र में फैल कर बाढ़ का रूप ले लिया। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार की नीति का असर है कि जिले में 19 सितंबर को जैसे ही लोग बाढ़ से विस्थापित हुए कि उनके लिए सामुदायिक (कम्युनिटी) किचेन की, लाइट, शौचालय व सिर छुपाने के लिए पालीथीन सीट व पशुचारा तक की व्यवस्था की गई। इस मौके पर JDU नेता सह जिला पार्षद रामविनय राय व जदयू के पूर्व नगर अध्यक्ष सह पूर्व मेयर संजय कुमार भी उपस्थित थे।
MLA ने कहा कि जिले में सबसे अधिक बेगूसराय सदर अनुमंडल बाढ़ से प्रभावित हुआ है। जिसमें सबसे ज्यादा शाम्हो व मटिहानी प्रखंड की पंचायतें रही है। नगर निगम क्षेत्र का पांच वार्ड में भी बाढ़ का पानी घुसा था। लेकिन अब बाढ़ का पानी घटने लगा है और लोग कम्यूनिटी कीचेन से निकल कर घर में पहुंच गए हैं। इसी तरह बछवाड़ा का चमथा भी प्रभावित हुआ था वहां भी कम्युनिटी किचेन की व्यवस्था की गई।
उन्होंने कहा कि वे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अधिकाधिक जगह पहुंचने का प्रयास किए। लोगों के दुःख- दर्द का हिस्सा बनने का प्रयास किए। लेकिन सभी जगहों पर जाना संभव नहीं हो पाया। इसके लिए हमें खेद है। उन्होंने कहा कि त्वरित राहत वितरण के पीछे DM तुषार सिंगला का बाढ़ क्षेत्रों में भ्रमण का योगदान रहा। इस कारण BDO, CO व SDM सभी समय रहते सक्रिय हो गए।
उन्होंने बताया कि सदर अनुमंडल में 75 स्थानों पर कम्युनिटी किचेन खोला गया। वहीं 10 हजार पालीथीन सीट व पशु आहार का वितरण किया गया। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जिले का 7 प्रखंड बाढ़ प्रभावित है तो 11 प्रखंड सूखा प्रभावित। सरकार आगामी 4-5 अक्टूबर तक किसानों की समस्याओं को लेकर कुछ बड़ा घोषणा कर सकती है।
इस मौके पर जिला पार्षद व जदयू नेता रामविनय राय व नगर JDU के पूर्व जिलाध्यक्ष सह पूर्व मेयर संजय कुमार ने भी अपनी बातों को रखा। बताते चलें कि पूर्व मेयर संजय कुमार व उनकी पत्नी मेयर पिंकी देवी ने भी बाढ़ पीड़ितों की सेवा में जमकर हाथ बंटाया।