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लालू यादव ने दिया बखरी को तोहफा, उर्मिला ठाकुर बनेंगी पहली बार MLC, CPI-ML से शशि यादव उम्मीदवार
VIKAS VERMA/ BINOD KARN
PATNA/ BEGUSARAI : आगामी MLC चुनावों के लिए RJD ने शुक्रवार को अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया। RJD अध्यक्ष लालू यादव ने शुक्रवार को विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष राबड़ी देवी और पार्टी के सीनियर नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी को फिर से उम्मीदवार बनाया, वहीं जिन अन्य दो अन्य उम्मीदवारों को RJD ने उम्मीदवार बनाया है उनमें पार्टी की प्रवक्ता उर्मिला ठाकुर और RJD के राष्ट्रीय महासचिव सैयद फैसल अली के नाम भी शामिल हैं।
महिला दिवस पर वंचित और शोषित समाज की नारी शक्ति को सम्मान देते हुए RJD ने राबड़ी देवी के साथ उर्मिला ठाकुर को उम्मीदवार बनाया है। वहीं महागठबंधन के महत्वपूर्ण घटक CPI (ML) ने शशि यादव को उम्मीदवार बनाया है। यानी महागठबंधन के पांच उम्मीदवारों में से तीन उम्मीदवार महिलाएं हैं जो आधी आबादी के सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
मालूम हो कि बिहार में रिक्त हो रही MLC की 11 सीटें के लिए 21 मार्च को चुनाव होना है। इसके लिए महागठबंधन की ओर से अब तक कुल पांच नाम फाइनल किए गए हैं। इसमें RJD के चार उम्मीदवारों के अलावा CPI (ML) की शशि यादव भी शामिल हैं। महागठबंधन सूत्रों ने बताया कि द्विवार्षिक MLC चुनाव के लिए महागठबंधन के उम्मीदवार 11 मार्च को नामांकन दाखिल कर सकते हैं।
RJD की MLC उम्मीदवार उर्मिला ठाकुर बेगूसराय के बखरी विधानसभा अंतर्गत गढ़पुरा प्रखंड के दुनही गांव की रहने वाली हैं। वह पहली बार बिहार विधान परिषद पहुंचेंगी। तीन दशक से भी अधिक समय से राजनीतिक रूप से सक्रिय उर्मिला ठाकुर ने राजनीतिक करियर की शुरुआत पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर के सानिध्य में की थी। हमेशा समाजवादी धड़े के साथ रहने वाली उर्मिला RJD की जमीनी कार्यकर्ता रही हैं। वर्तमान में वह पटना के प्रतिष्ठित जे डी वीमेंस काॅलेज में लेक्चरर हैं।
वहीं फैसल अली RJD के राष्ट्रीय महासचिव हैं। उन्होंने वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में शिवहर संसदीय सीट से RJD के टिकट पर किस्मत आजमाया था लेकिन सफलता नहीं मिली थी। वहीं CPI (ML) उम्मीदवार शशि यादव 2020 में महागठबंधन की ओर से दीघा विधानसभा सीट से MLA की प्रत्याशी बनायी गईं थीं। बिहार विधानसभा में CPI (ML) के 12 MLA हैं। ऐसे में उच्च सदन में एक सीट जीतने के लिए उसे अपने सहयोगी दल कांग्रेस -RJD गठबंधन के समर्थन की जरूरत होगी।
बिहार विधानसभा की दलीय स्थिति देखने से स्पष्ट है कि 11 में से छह सीटें NDA और पांच सीटों पर महागठबंधन उम्मीदवार को आसानी से जीत मिल जाएगी। बिहार में BJP के साथ इस समय 82 MLA (कांग्रेस के दो बागी और राजद के 2 बागी विधायक) हैं। वहीं JD(U) के 45, 'हम' के चार और एक निर्दलीय विधायक के वोट हैं। जबकि महागठबंधन के पास की बात करें तो RJD के पास 74, कांग्रेस के 17, वाम दल के 16 MLA हैं. जबकि एआईएमआईएम के 1 एमएल हैं। ऐसे में एक MLC सीट जीतने के लिए 21 MLA का समर्थन चाहिए. मौजूदा संख्या बल के हिसाब से NDA के पास 132 विधायकों का समर्थन है। वहीं विपक्षी खेमे में 107 MLA हैं। सूत्रों के मुताबिक NDA घटक दलों में BJP के तीन, JD(U) के दो और HAM के एक MLC उम्मीदवार होंगे।
आगामी 6 मई में को जिन नेताओं का कार्यकाल विधान परिषद में पूरा हो रहा है उनमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, विधान परिषद में नेता विरोधी दल राबड़ी देवी. अनुसूचित जाति जनजाति कल्याण मंत्री संतोष कुमार सुमन, खालिद अनवर, प्रेमचंद्र मिश्रा, पूर्व मंत्री मंगल पांडे, संजय झा, संजय पासवान, रामेश्वर महतो, रामचंद्र पूर्वे और पूर्व मंत्री शाहनवाज हुसैन शामिल हैं।