THN Network (Desk):
जमीन के बदले नौकरी के मामले में सीबीआई की एक टीम ने आज (7 मार्च) लालू यादव से उनके दिल्ली स्थित आवास पर पूछताछ की. लालू यादव से करीब 2.30 तक सवाल-जवाब किए गए. इसी मामले में सोमवार को सीबीआई (CBI) ने उनकी पत्नी व बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से पटना में पूछताछ की थी. करीब 4 घंटे तक सवाल-जवाब हुए थे. राउज एवेन्यू कोर्ट ने इस मामले में सभी आरोपियों को पेश होने के लिए समन भी जारी किया हुआ है.CBI ने इस मामले में बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से पटना स्थित उनके आवास पर सोमवार को पूछताछ की थी. इस संबंध में सीबीआई के अधिकारियो ने बताया कि राबड़ी देवी के घर की कोई तलाशी नहीं ली गई और न ही छापा मारा गया है. उन्होंने बताया कि सीबीआई ने राबड़ी देवी को नोटिस जारी किया था, जिसके बाद उन्होंने सोमवार को उपलब्ध रहने की बात कही थी और जांच एजेंसी की टीम उनसे पूछताछ करने के लिए उनके आवास पर गई.
15 मार्च को होना होगा पेश
सीबीआई मामले में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है. विशेष अदालत ने लालू यादव और उनके परिवार के सदस्यों सहित अन्य आरोपियों को 15 मार्च को अदालत में पेश होने के लिए सम्मन जारी किया है. अधिकारियों ने बताया कि जांच एजेंसी ने कथित घोटाले की जांच खुली रखी है और मामले में आगे की जांच के तहत लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों से पूछताछ की जा रही है. उन्होंने बताया कि सीबीआई की टीम इस संबंध में लालू यादव के परिवार से कुछ और दस्तावेज भी मांग सकती है.
क्या है मामला?
बता दें कि यह मामला लालू प्रसाद के 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री रहने के दौरान उनके परिवार को तोहफे में जमीन दे कर या जमीन बेचने के बदले में रेलवे में कथित तौर पर 'ग्रुप-डी' की नौकरी दिए जाने से संबंधित है. प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि कुछ लोगों को मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर और हाजीपुर में स्थित रेलवे के विभिन्न जोन में 2004-2009 के दौरान ग्रुप-डी पदों पर नियुक्त किया गया और इसके बदले में उन लोगों ने या उनके परिवार के सदस्यों ने लालू यादव और एके इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी के नाम पर अपनी जमीन दी. बाद में इस कंपनी का स्वामित्व प्रसाद के परिवार के सदस्यों ने अपने हाथ में ले लिया था.
ये भी आरोप लगाया गया है कि पटना में लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों ने पांच बिक्री सौदों, दो उपहार सौदों के माध्यम से 1,05,292 वर्ग फुट जमीन लोगों से ली. इसके लिए विक्रेताओं को नगद भुगतान करने को कहा गया. इस जमीन की कीमत वर्तमान 'सर्किल रेट; के अनुसार 4.32 करोड़ रुपये है, लेकिन लालू प्रसाद के परिवार को यह जमीन इससे बहुत कम दाम में बेची गई.