स्वास्थ्य विभाग की बैठक में संस्थागत प्रसव व मोतियाबिंद ऑपरेशन पर दिया गया बल Motiyabind Operation
Ad Place!

स्वास्थ्य विभाग की बैठक में संस्थागत प्रसव व मोतियाबिंद ऑपरेशन पर दिया गया बल Motiyabind Operation

THN Network





BINOD KARN


BEGUSARAI: स्वास्थ्य विभाग, बेगूसराय अंतर्गत गठित जिला टास्क फोर्स सहित स्वास्थ्य विभाग द्वारा क्रियान्वित विभिन्न योजनाओं/कार्यक्रमों की समीक्षा को लेकर मंगलवार को बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता DM रोशन कुशवाहा ने की।

इस मौके पर DM ने सर्वप्रथम सदर अस्पताल, बेगूसराय को राज्य का पहला Eco-Friendly अस्पताल का सम्मान प्राप्त होने संबंधी कायाकल्प अवार्ड, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, बछवाड़ा को प्राप्त NAQS प्रमाणपत्र तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, छौड़ाही को क्वालिटी कॉन्क्लेव में प्राप्त बेस्ट पीएचसी अवार्ड से संबंधित प्रशस्ति संबंधित पदाधिकारियों एवं प्रबंधन टीम को प्रदान किया। उन्होंने सभी संबंधित अस्पतालों के पूरी टीम को बधाई देते हुए कहा कि राज्यस्तर से प्राप्त इस प्रकार के सम्मान से मनोबल में वृद्धि होने के साथ-साथ जनमानस में भी ऐसे चिकित्सा संस्थानों के प्रति भरोसा में वृद्धि होती है। इस मौके पर उन्होंने अपील करते हुए कहा कि विभाग के सभी पदाधिकारी अपने-अपने निर्धारित दायित्वों के प्रति गंभीरता से कार्य करें ताकि भविष्य में भी बेगूसराय के चिकित्सा संस्थानों को उनके अच्छे कृत्यों के लिए राज्य एवं राष्ट्रस्तर पर सम्मान प्राप्त हो सके।


 DM ने विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा के क्रम में स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य संबंधित स्टेकहोल्डर्स को विभाग अंतर्गत संचालित सभी कार्यक्रमों/ योजनों का जिले के लक्षित समूहों तक पहुंच सुनिश्चित करने का निर्देश देते हुए कहा कि सरकार द्वारा संचालित ये कार्यक्रम / योजनाएं बहुसंख्य आबादी की स्वास्थ्य की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसलिए आवश्यक है कि इन योजनाओं को संवेदनशीलता के साथ-साथ गंभीरता से क्रियान्वित करें तथा क्रियान्वयन प्रक्रिया की गहन अनुश्रवण भी करना सुनिश्चित करें। इस दौरान DM ने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को फीडबेट सिस्टम में अपेक्षित सुधार करने, निर्धारित प्रारूपों में सही रिपोर्टिंग करने एवं बैठक के दौरान दिए गए निर्देशो का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया। इसी क्रम में उन्होंने पात्र नागरिक एवं स्वास्थ्य कर्मियों के देय अनुदान अथवा वेतन भुगतान आदि से संबंधित कार्यों का नियमितीकरण करने एवं वित्तीय वर्ष के दौरान प्राप्त आवंटन के समुचित व्यय करने का निर्देश दिया।

इससे पूर्व DPM (स्वास्थ्य) मो. नसीम तथा जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. गोपाल मिश्रा ने स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत संचालित विभिन्न कार्यक्रमों के अद्यतन स्थिति के संबंध में PPT के माध्यम से अवगत कराया। इस दौरान हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर एवं आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर द्वारा इन सेंटर पर आने वाले मरीजो को उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाओं की समीक्षा के क्रम में जिला पदाधिकारी द्वारा OPD एवं एनसीडी स्क्रीनिंग से संबंधित कार्यों को प्रतिदिन सुनिश्चित करने का निर्देश देने के साथ ही प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी बरौनी, शाम्हो, बेगूसराय, मटिहानी, भगवानपुर एवं छौड़ाही को संस्थागत प्रसव में वृद्धि करने हेतु आवश्यक पहल करने, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी बलिया, चेरियाबरियारपुर, खोदावंदपुर, बरौनी, साहेबपुरकमाल, तेघड़ा में इमर्जेंसी सुविधाओं को सुदढ़ करने के साथ-साथ प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, बछवाड़ा को इनडोर एडमिशन में वृद्धि लाने का निर्देश दिया गया। इसके साथ-साथ परिवर नियोजन हेतु जागरूकता में वृद्धि करने, सभी प्रखंडो को कम से कम 95 प्रतिशत तक पूर्ण टीकाकरण सुनिश्चित करने, मॅटर्नल डेय का सही रिपोर्टिग करने, आमजनों तक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के साथ-साथ दवाओं का ईडीएल सूची के अनुरूप समुचित इन्डेन्ट करने, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम का संबंधित महादलित टोलों, विद्यालयों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में पहुंच सुनिश्चित करते हुए लक्षित वर्गों का हेल्थ स्क्रीनिंग सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। इसी कड़ी में राज्य सरकार से प्राप्त निर्देश के तहत जिले में मोतियाबिंद से प्रभावित शत-प्रतिशत व्यक्तियों को चिन्हित करते हुए स्थानीय स्तर पर आवश्यक जांचोपरांत ऐसे व्यक्तियों की सदर अस्पताल तक पहुंच सुनिश्चित करने के संबंध में भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया। बैठक के दौरान अर्बन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं पर भी चर्चा की गई तथा इन केंद्रों द्वारा किए जाने वाले आउटरिच कार्यक्रमों, मास मीटिंग आदि की सराहना की गई। इसी प्रकार, जिला टास्क फोर्स अंतर्गत एजेंडावार समीक्षा के क्रम में सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को नियमित टीकाकरण के आच्छादन में अपेक्षित सुधार एवं सत्र संचालन में गुणात्मक सुधार लाने का निर्देश दिया। इस दौरान उन्होंने सत्र संचालन अवधि में सत्र स्थल पर एएनएम की ससमय उपस्थिति के साथ ही सत्र स्थल पर सर्वे पंजी, ड्यु लिस्ट, हब कटर, आरसीएच रजिस्टर आदि की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। इस दौरान एएनसी निबंधन, 180 आईएफए एवं 360 कैल्सियम टेबलेट का वितरण, संस्थागत प्रसव, 9-11 माह के शिशु का टीकाकरण, जिले में औषधि की उपलब्धता एवं वितरण, फाइलेरिया नियंत्रण, आयुष्मान कार्ड निर्माण के साथ-साथ वेक्टर बॉर्ने डिजीज कंट्रोल प्रोग्राम अंतर्गत विभिन्न बीमारियों के विरुद्ध उपलब्ध कराई गई सेवाओं एवं अद्यतन आंकड़ों की समीक्षा की गई तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।

बैठक में सिविल सर्जन डॉ. प्रमोद कुमार सिंह, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. गोपाल मिश्रा, एनसीडीओ डॉ. संजय कुमार, वीडीसीओ डॉ. सुभाष राजन, डीएस डॉ. बी. के. शर्मा, DPO (ICDS) श्रीमती सुगंधा, डीपीएम (स्वास्थ्य) मो. नसीम, डीपीओ (SSA) मो. जमाल मुस्तफा, जिला जन- संपर्क पदाधिकारी श्री भुवन कुमार सहित सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, सभी प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक एसएमओ डब्ल्यूएचओ, एसएमसी यूनीसेफ एवं अन्य संबंधित मौजूद थे।


Post a Comment

Previous Post Next Post
Your Advertisement can come here!