BINOD KARN
BEGUSARAI : राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग का सर्वोत्कृष्ट कार्यक्रम है। इसका मुख्य उद्देश्य देश के कोने कोने में जाकर विज्ञान प्रतिभाओं की खोज करना एवं बच्चों में वैज्ञानिक चेतना का अंकुरण कर उन्हें स्थानीय परिवेश में तार्किक वैज्ञानिक खोज की दिशा में आगे बढ़ाना। ये बातें एन ए सी,एन सी एस सी के को चेयरमैन डॉ पी बी चक्रवर्ती ने तीसवीं राज्य स्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस में कही। वे उड़ान इंटरनेशनल स्कूल बेगूसराय में उदघाटन सत्र में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने राज्य स्तर से लेकर राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने वाले वैज्ञानिक नवाचारों एवं उसमें भाग लेने वाले बाल वैज्ञानिकों के प्रोजेक्ट निर्माण,चयन, मूल्यांकनकर्ता की भूमिका पर चर्चा की। वहीं पाटलिपुत्रा विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति डॉ गणेश महतो ने राष्ट्र निर्माण में बाल वैज्ञानिकों के शोध को अमूल्य बताया तथा कहा कि इस शोध में शिक्षक का त्याग और उनकी प्रेरणा सन्नहित है। वर्तमान परिप्रेक्ष्य में वैज्ञानिक नवाचार को राष्ट्र निर्माण की आधारशिला बताया। उन्होंने कहा कि शिक्षक शिल्पकार होते हैं। पत्थरों को तलाक तलाक का आकृति एवं सुनिश्चित आकार प्रदान करते हैं।साइंस फॉर सोसायटी के राज्याध्यक्ष डॉ अरुण कुमार ने कहा कि पिछले तीस वर्षों से राज्य के प्रतिभाशाली युवा वैज्ञानिक राष्ट्रीय स्तर पर विज्ञान के क्षेत्र में अलग जगा रहे हैं। समाज के उत्थान एवं विज्ञान की क्रियाशीलता से हमारे पर्यावरण संरक्षित हो रहा है।इसका असर पारितंत्र पर पड़ रहा है।बाल वैज्ञानिकों के पर्यावरण से संबंधित प्रोजेक्ट उनकी कल्पनाशीलता एवं तार्किक सोच को बढ़ावा देता है। डीईओ शर्मिला राय ने मानवीय समस्याओं के निदान,मानव कल्याण के लिए बाल वैज्ञानिकों की परियोजनाओं को समीचीन कहा। पूर्व विधायक नरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि मानव के सकारात्मक जीवन के लिए शोध जरुरी है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण में पेयजल,हवा,भोजन की अशुद्धता की चर्चा की। उन्होंने मानव जीवन में आयु पर भी शोध करने की आवश्यकता के साथ साथ समाज में शिक्षक, अभिभावक, एवं शिक्षा पर विस्तृत चर्चा की। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर राज्य आयोजन समिति के अध्यक्ष सह बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के संयुक्त सचिव डॉ सुरेश प्रसाद राय ने कहा कि बाल विज्ञान कांग्रेस युवा वैज्ञानिकों को ऐसा मंच प्रदान करता है जहां वे शोध कार्य को प्रदर्शित कर सकें अपनी खोज एवं ज्ञान की प्यास को तृप्त कर सकें। उन्होंने कहा कि ज्ञान की हथेली में विज्ञान का दीपक जलाना चाहिए।
ये बाल वैज्ञानिक अपने आसपास की समस्याओं को जानें,समझें एवं विज्ञान विधि से समस्याओं को हल करने की दिशा में सीखने समझने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि पेंसिलिन दवा,कोरोना वैक्सीन का इजाद कर भारत ने वैज्ञानिक शोध को विश्व क्षितिज पर अपना स्थान बना लिया। अच्छी शिक्षा, शिक्षकों के समर्पण, वैज्ञानिक सोच के कारण भारत विश्व गुरु बन रहा है। दुनिया की आंखें भारत की ओर टिकी हैं। उन्होंने आशा व्यक्त किया कि ज्ञान की हथेली पर विज्ञान का दीप जला कर ही हमारा राष्ट्र विश्व गुरु बनेगा।
मुख्य विषय एवं उप विषय---
स्वास्थ्य और कल्याण के लिए पारितंत्र को समझना विषय के अंतर्गत पारितंत्र को समझना, स्वास्थ्य, पोषण और कल्याण को बढ़ावा देना, पारितंत्र और स्वास्थ्य के लिए सामाजिक और सांस्कृतिक प्रथाएं,आत्म निर्भरता के लिए पारितंत्र आधारित दृष्टिकोण और पारितंत्र स्वास्थ्य के लिए तकनीकी नवाचार।
36जिलों से आये लगभग चार सौ साल वैज्ञानिकों के प्रोजेक्ट के लिए तीस निर्णायक सदस्य थे।सौ मार्ग दर्शक शिक्षक भी इन बाल वैज्ञानिकों के साथ थे।
कार्यक्रम की शुरुआत एम आर जे डी कॉलेज विष्णु पुर की छात्राओं के स्वागत गान से हुआ। उदघाटन अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर किया।आगत अतिथियों का आयोजन समिति के संयोजक सह जिला समन्वयक हर्षवर्धन कुमार ने स्वागत किया। उड़ान इंटरनेशनल स्कूल की ओर से आगत अतिथियों को अंग वस्त्र के साथ पौधे व प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया गया। मौके पर स्मारिका का विमोचन तथा बाल विज्ञान समाचार पत्रिका का विमोचन किया गया। मौके पर राज्य अकादमिक समन्वयक डॉ सीएस झा, जिला कार्यक्रम अधिकारी जमाल मुस्तफा, कार्यक्रम अधिकारी नितेश कुमार, प्रो सपना चौधरी, इंटरनेशनल स्कूल के निदेशक एवं आयोजन समिति के सचिव सुमन सौरव, प्राचार्य दीपक कुमार, बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला सचिव रंजीत कुमार, अध्यक्ष उमानन्द चौधरी, राजेन्द्र नारायण डॉ. सुदर्शन , डॉ अर्चना, पश्चिम चंपारण से अजय कुमार पटेल, हिंदुस्तान स्काउट एवं गाइड के संगठन कर्ता रंजीत कुमार, जीटी कॉलेज के शिक्षक डॉ शशिकांत पांडे, गणपति कुमार, क्षेत्रीय समन्वयक दीपक कुमार, कृष्ण कुमार,पवन किशोर शरण, शैक्षिक समन्वयक प्रो संजय कुमार आदि ने विचार रखे। कार्यक्रम संचालन बिजनेस मैनेजर अमित पांडेय ने किया।
हरी झंडी दिखाकर रैली को किया रवाना
30वीं राज्य स्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस की विज्ञान जागरूकता रैली को शुक्रवार की सुबह में गांधी स्टेडियम से हरी झंडी दिखाकर बेगूसराय के जिला शिक्षा अधिकारी शर्मिला राय एवं माध्यमिक शिक्षक संघ के संयुक्त सचिव डॉ सुरेश प्रसाद राय ने साइंस फॉर सोसायटी पटना के अध्यक्ष डॉ अरुण कुमार के नेतृत्व में रवाना किया। रैली में संपूर्ण बिहार के लगभग सभी जिलों के बाल वैज्ञानिक, मार्गदर्शक शिक्षक, राज्य एवं जिला स्तरीय रिसोर्स पर्सन,मुल्यांकन कर्ताओं ने भाग लिया। रैली गांधी स्टेडियम से शुरू होकर नारा लगाते हुए गाजे-बाजे के साथ बेगूसराय मार्केट होते हुए जीडी कॉलेज में आकर समाप्त हुआ। मौके पर डीपीओ मो.जमाल मुस्तफा, कार्यक्रम पदाधिकारी नितेश कुमार, उड़ान इंटरनेशनल स्कूल के प्राचार्य दीपक कुमार शर्मा, निदेशक सुमन सौरभ, अमित पांडे समेत सैकड़ों की संख्या में विभिन्न जिलों से आए हुए बाल वैज्ञानिक मार्गदर्शक शिक्षक स्थानीय विज्ञान प्रेमी शामिल थे। जिला समन्वयक हर्षवर्धन कुमार, शैक्षिक समन्वयक संजय कुमार रैली का मॉनिटरिंग कर रहे थे।