बरौनी रिफाइनरी ने क्रूड थ्रुपुट 6785.4 टीएमटी हासिल कर बनाया रिकॉर्ड: ईडी आरके झा
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बरौनी रिफाइनरी ने क्रूड थ्रुपुट 6785.4 टीएमटी हासिल कर बनाया रिकॉर्ड: ईडी आरके झा

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इंडियनऑयल के नेटजीरो 2046 लक्ष्य की ओर सार्थक कदम बढ़ा रही है बरौनी रिफाइनरी 

BINOD KARN

BEGUSARAI : बरौनी रिफाइनरी द्वारा वर्ष 2023 की पहली प्रेस वार्ता का आयोजन 13 मई को किया गया। कार्यपालक निदेशक एवं रिफ़ाइनरी प्रमुख, बरौनी रिफाइनरी आरके झा  ने ब्यूरो प्रमुख, दैनिक जागरण रूपेश कुमार बेगूसराय, मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन)डॉ प्रशांत राऊत, मुख्य महाप्रबंधक (टीएस एवं एचएसई) एसजी वेंकटेश और महाप्रबंधकगण की उपस्थिति में दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया। 

कार्यपालक निदेशक एवं रिफ़ाइनरी प्रमुख आरके झा

ने अपने संबोधन में बताया कि सतत विकास की दिशा में इंडियनऑयल के नेटज़ीरो 2046 लक्ष्य की ओर सार्थक कदम बढ़ा रही है। इसके लिए बरौनी रिफ़ाइनरी सभी पर्यावरणीय मानकों का अनुपालन कर रही है, ग्रीन बेल्ट और बड़े पैमाने पर पौधरोपण किया जा रहा है जिसके अंतर्गत 445 एकड़ ज़मीन पर 1.65 लाख पेड़ मुंगेर में लगाए गए और बेगूसराय में भी पेड़ लगाए जा रहे हैं। इसके अलावा रिफ़ाइनरी में नैचुरल गैस के उपयोग, सोलर ऊर्जा, वर्षा जल संचयन, ग्रिड पावर, इत्यादि पर भी कार्य किए जा रहे हैं।  
तेल एवं गैस इंडस्ट्री के भविष्य के बारें में बात करते हुए उन्होने कहा, “आगे आने वाले दशकों में पारंपरिक ईंधन की मांग बढ़ने की संभावना है जो इंडियनऑयल द्वारा रिफाइनरियों में 2.4 लाख करोड़ के  निवेश को औचित्य प्रदान करता है। इसमें पेट्रोकेमिकल यूनिटों का विस्तार भी शामिल है। भारत की प्रति व्यक्ति पेट्रोलियम केमिकल की खपत वर्तमान में 12 किलोग्राम है, जो वैश्विक प्रति व्यक्ति खपत 35 किलोग्राम से काफी कम है। यह अंतर एक जबरदस्त व्यापार अवसर का संकेत देता है जो बढ़ते जीडीपी के साथ आगे बढ़ेगा। सतत विकास और हरित भविष्य के निर्माण में नेटजीरो प्रतिबद्धता के साथ हरित विकल्पों पर ध्यान बढ़ रहा है। इंडियनऑयल 2046 तक नेटजीरो हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है जिसके लिए हरित ईंधन का उत्पादन बढ़ाना, निम्न कार्बन ऊर्जा प्रौद्योगिकियों को अपनाना, ऊर्जा दक्षता में वृद्धि, ताजे पानी के पदचिन्हों को कम करना, हरित ऊर्जा के उपयोग को अधिकतम करना, हरित कवर का विस्तार करना, जैव-विविधता की रक्षा करना, कार्बन फुटप्रिंट्स को कम करना इत्यादि पर व्यापक स्तर पर कार्य किया जा रहे हैं।“

वर्ष 2022-23 के दौरान बरौनी रिफ़ाइनरी के ऐतिहासिक प्रदर्शन के बारे में उन्होने बताया “बरौनी रिफ़ाइनरी ने 58 वर्षों में 2018-19 में 6661.2 टीएमटी के पिछला सर्वश्रेष्ठ को पार करते हुए अब तक का सर्वाधिक क्रूड थ्रुपुट 6785.4 टीएमटी हासिल किया। इसके साथ ही अब तक का सबसे कम फ्युल एवं लॉस, एमबीएन और एनर्जि एफिसिएनसी इंडेक्स (ईआईआई) भी हासिल किया जिससे रिफ़ाइनरी की ऊर्जा दक्षता के बारे में पता चलता है। इसके अलावा परिचालन उपलब्धता  फाक्टर, ओवेरऑल थर्मल  एफिसिएनसी, पावर प्लांट में ईंधन की खपत  एवं विशिष्ट जल खपत के पैरामीटर पर भी बेहतरीन प्रदर्शन दिया। बीआर ने पेट्रोल और इथेनोल मिश्रित पेट्रोल, रिफॉर्मेट, हवाई ईंधन, डीज़ल, अलक़तरा, लो सल्फर हैवी स्टॉक (एलएसएचएस), पेट्रोलियम कोक और सल्फर का अब तक का सर्वाधिक उत्पादन और प्रेषण हासिल किया। हमने प्रमुख माध्यमिक इकाइयों जैसे डीएचडीटी, इंडजेट, प्राइमजी (नया+पुराना), कोकर-ए और बिटुरॉक्स का अब तक का उच्चतम थ्रूपुट भी हासिल किया। बीआर ने वर्ष के दौरान अब तक के सर्वाधिक 11 विभिन्न प्रकार के नए क्रूड को प्रोसेस किया, जिससे बीआर क्रूड बास्केट में विविधता लाने की क्षमता का प्रदर्शन हुआ।  इसके साथ ही मेक इन इंडिया पहल के माध्यम से आत्मानिर्भर भारत के निर्माण में इंडियनऑयल और ईआईएल द्वारा निर्मित स्वएशि तकनीक पर आधारित इंडजेट यूनिट को कमीशन किया गया था। भारत का पहला और विश्व का तीसरा ग्रीन कूलिंग टॉवर स्थापित किया गया, जो 360 एसआरएफ़टी प्रति वर्ष (175 केडबल्यू) की ऊर्जा की बचत करता है। एसिड गैस और सावर गैस के प्रसंस्करण के लिए एसआरयू के एमसीसी में स्थापित न्यू स्प्लिट फ्लो कॉन्फिगरेशन शामिल था, जिससे रुपये 28 करोड़/वर्ष के बराबर 4400 एसआरएफटी की बचत हुई। साथ ही डीजल एक्सॉस्ट फ्लुइड (डीईएफ) संयंत्र जो 2000 सीसी से अधिक क्षमता वाले सभी भारी डीजल वाहनों में अनुमेय सीमा से नीचे निकास गैसों में NOx उत्सर्जन को कम करने के लिए एससीआर प्रणाली की आवश्यकता को पूरा करता है।“


बरौनी रिफ़ाइनरी परियोजना के बारे में बताते हुए, उन्होने कहा कि, “बरौनी रिफ़ाइनरी के क्षितिज को पूरी तरह से बदलने वाली बीआर-9 विस्तारिकरण परियोजना गतिशीलता से आगे बढ़ रही है और दिसंबर 2024 तक इसके पूरी होने की योजना है। 220 केवी ग्रिड पावर और नैचुरल गैस परियोजना पर भी कार्य प्रगति पर है और इसे अगले दो तीन महीनो में कमीशन किया जाएगा।“  


बरौनी रिफ़ाइनरी द्वारा किए जा रहे विकास गतिविधियों की जानकारी देते हुए उन्होने बताया कि, “सीएसआर और सीईआर के रूप में अपनी सामुदायिक विकास परियोजनाओं के माध्यम से बेगूसराय के स्थानीय समुदायों और लोगों के साथ अपनी खुशी भी साझा की। राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड और बरौनी डेयरी के सहयोग से बरौनी रिफाइनरी द्वारा कार्यान्वित जैविक खाद प्रबंधन परियोजना के तहत बरौनी डेयरी के परिसर में 'स्लरी प्रोसेसिंग प्लांट' लगाया गया। बिहार में बेगूसराय के सदर अस्पताल में अब तक का पहला 50 बिस्तर वाला बाल चिकित्सा वार्ड की स्थापना की गई। प्रति दिन 1500 सिलेंडर भरने की क्षमता के साथ सीईआर के तहत बरौनी रिफाइनरी में पीएसए आधारित ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना की गई। सदर अस्पताल को लाइफ सपोर्ट सिस्टम के साथ तीन एम्बुलेंस और अभी हाल में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हेतु 25 एसी प्रदान की गई। सीएसआर के तहत बेगूसराय के 427 दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण प्रदान किया गया। राष्ट्रकवि राम धारी सिंह 'दिनकर' के  आवास सिमरिया में उनके आदमकद प्रतिमा और रिफाइनरी टाउनशिप में भारत रत्न बाबा साहेब डॉ बी आर अम्बेडकर की आदमकद प्रतिमा की स्थापना की गई। श्री कृष्ण सिंह छात्रवृत्ति योजना एवं दिनकर उच्च शिक्षा सहायता योजना के तहत 01 लाख रुपये से कम पारिवारिक आय वाले 93 मेधावी बच्चों को छात्रवृत्ति का अनुदान प्रदान किया गया। इसके अवला बेगूसराय की महिलाओं को स्वावलंबी बनाने की दिशा में जीविका, बेगूसराय का सहयोग करते हुए हर घर तिरंगा के तहत 32,000 राष्ट्रीय ध्वज की आपूर्ति का कार्य और नए अधिकारियों के लिए विद्यापति छात्रावास में "दीदी की रसोई" का संचालन इन्हें प्रदान किया गया हैं।“ उन्होंने बताया कि जल्द ही एनएच-31 पर निर्माण किए जा रहे वॉकिंग ट्रक ग्रीन पार्क को पूरा कर बेगूसराय निवासियों को सौपा जाएगा और साथ ही गांधी स्टेडियम का भी नवीनीकरण किया जाएगा। 


डॉ प्रशांत राऊत, मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन) ने अपने स्वागत सम्बोधन में आम-जनता तक कॉर्पोरेशन की सकारात्मक छवि पहुँचाने में स्थानीय मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। देवराज अर्श, उप महाप्रबंधक (तकनीकी सेवा) ने बरौनी रिफाइनरी के प्रदर्शन पर प्रस्तुति दी जिसमें तकनीकी माईलस्‍टोन, वित्तीय हाइलाइट्स, विस्तार परियोजना और सामुदायिक विकास पहल शामिल थे। नीरज कुमार, मुख्य प्रबन्धक (ईएमएस, सीएसई) ने बेगूसराय निवासियों हेतु बरौनी रिफ़ाइनरी द्वारा किए जा रहे सीएसआर और सीईआर परियोजनाओं पर प्रकाश डाला। 

इस अवसर पर बेगूसराय के मीडिया जगत से स्मित पराग, हिंदुस्तान, रूपेश कुमार, ब्यूरो प्रमुख, दैनिक जागरण और कुमार भवेश दैनिक भास्कर के ब्यूरो प्रमुख ने भी अपने विचारों को साझा किया। 

इस विशेष अवसर पर बरौनी रिफ़ाइनरी द्वारा बेगूसराय के प्रिंट और इलेक्ट्रोनिक मीडिया बंधुओं हेतु आरोग्य शिविर का भी उद्घाटन आरके झा, कार्यपालक निदेशक एवं रिफ़ाइनरी प्रमुख द्वारा किया गया। प्रेस वार्ता का संचालन वरिष्ठ प्रबंधक  कारपोरेट संचार  अकिता श्रीवास्तव ने किया।

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